महासमुंद: बसना बिजली विभाग में जूनियर इंजीनियर और अन्य कर्मचारियों की कमी आम लोगों के साथ विभाग की परेशानी (shortage of electricity workers in Basna) बढ़ा रही है. हालत यह है कि कर्मचारियों की कमी की वजह से बिजली मरम्मत की व्यवस्था बिगड़ रही है. नगरवासियों की मानें तो बिजली विभाग बसना भगवान भरोसे चल रहा है. शासन और बिजली कंपनी की लापरवाही से नगरवासी काफी परेशान हैं. बिजली विभाग बसना के अफसर भी कर्मचारियों की कमी का रोना रो रहे हैं. Mahasamund news
बिजली कर्मचारियों की कमी: बसना नगर में बिजली कर्मचारियों की कमी के कारण बिजली व्यवस्था चरमरा गई है. रात में डीओ खराब होने पर सुबह होने का इंतजार करना पड़ता हैं. जिससे पूरी रात अंधेरे में शहरवासियों को गुजारना पड़ता है. खाने पीने सहित सरकारी प्राइवेट कार्यालयों के कई काम बाधित होते हैं. छात्र छात्राओं को लाइट्स के बिना पढ़ाई करना पड़ता है.
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फाल्ट आने पर पूरी रात अंधेरे में गुजार रहे लोग: वर्तमान में बसना बिजली विभाग के कर्मचारियों को टेक्निकल फाल्ट, बिजली बिल चेक करना, सर्वे करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शहर के एक नागरिक गजानन अग्रवाल का कहना है कि "बिजली विभाग में कर्मचारियों के कमी के कारण हम सब को पूरी रात अंधेरे में गुजार कर सुबह तक इंतजार करना पड़ता है."
क्या कहते हैं बिजली विभाग के अधिकारी: बिजली विभाग बसना के सहायक यंत्री एन के आदित्य ने बताया कि "बसना नगर में लगभग 10 कर्मचारियों की आवश्यकता है. जबकि वर्तमान समय में एक रेगुलर व दो अनुकम्पा कर्मचारी के भरोसे पूरा नगर चल रहा है. विभाग में लगभग डेढ़ साल पूर्व जूनियर इंजीनियर का ट्रांसफर हुआ था, लेकिन विभाग अब तक उनकी कमी को पूरा नहीं कर सका है. अभी जितने कर्मचारियों की आवश्यकता है, उससे एक तिहाई पद रिक्त पड़े हैं. नगर में ट्रांसफार्मर खराब होने व तारों के टूटने की सूचना मिलने पर ग्रामीण डिवीजन के कर्मचारियों की सहायता लेकर रात दिन काम किया जा रहा है.