कोरबा: 29 मई को चैतमा पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाले गांव तेलसरा में एक सनसनीखेज हत्या की वारदात हुई थी. हत्या के वक्त जानकारी मिली थी कि संपत्ति विवाद में गीता पंडो को उसके ही भाई चैतराम ने कुल्हाड़ी से गले में वार कर मौत के घाट उतार दिया था. लेकिन गिरफ्तारी के बाद चैतराम ने पुलिस को बताया है कि वह अपनी पत्नी के भाग जाने से परेशान था. जिसके लिए वह अपनी बहन को जिम्मेदार मानता है. इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और उसने अपनी बहन को कुल्हाड़ी से वार कर जान से मार दिया. आरोपी चैतराम को पुलिस ने 31 मई को गिरफ्तार कर लिया है. वह हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद छुपा हुआ था.
बेटी ने दी मां की हत्या की सूचना : मृतका गीता की बहन बसंती बाई ने मौके पर चैतमा पुलिस को आवेदन दिया था. जिसमें उसने बताया कि बहन गीता पंडो की बेटी निर्मला ने दोपहर करीब 2 बजे घर आकर बताया कि मां के साथ मामा चैतराम टांगी से मारपीट कर रहा है. सूचना पर बसंती बाई मृतिका गीता बाई पंडों के घर पहुंची. घर के अंदर का नजारा देख उसके होश फाख्ता हो गए. गीताबाई के गले में टांगी गड़ी हुई थी. वह जमीन पर अचेत अवस्था में पड़ी हुई थी. उसने मृतका के भाई आरोपी चैतराम को घर से निकल कर भागते हुए भी देखा.
कोरबा में सगे भाई ने कुल्हाड़ी से बहन को उतारा मौत के घाट
48 घण्टे बाद पकड़ा गया आरोपी : प्रार्थी की रिपोर्ट पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. कोरबा एसपी भोजराम पटेल से दिशा निर्देश लेकर पाली थाना प्रभारी अनिल पटेल और चैतमा चौकी प्रभारी नारायण प्रसाद लहरे ने कार्रवाई की. 31 मई को आरोपी चैतराम का पता चलने पर पाली से आरोपी को हिरासत में लिया गया. वह पुलिस से बचने के लिए छिपा हुआ था.
पत्नी के भाग जाने से था परेशान : पाली टीआई अनिल पटेल के मुताबिक आरोपी चैतराम ने बताया कि वह अपनी पत्नी के भाग जाने से काफी परेशान था. जिसके लिए वह मृतका गीता को जिम्मेदार मानता है. पत्नी के भाग जाने के कारण ही आरोपी ने अपनी बहन गीता से जमकर विवाद किया. गुस्से में आकर टांगी से वार कर दिया. जिसके बाद बहन की मौके पर ही मौत हो गई थी. विवेचना व पूछताछ में आरोपी के विरुद्ध पर्याप्त सबूत मिले हैं. जिसके बाद आरोपी चैतराम को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है. चैतराम लाल मिट्टी पारा तेलसरा गांव का निवासी है.