कोरबाः जिले के राजगामार रोड स्थित औद्योगिक परिक्षेत्र में दशकों से संचालित उद्योगों के मानदंड जांच के लिए पर्यारण विभाग के अधिकारी फील्ड में उतरे. निरीक्षण के दौरान विभागीय अधिकारियों ने प्रदूषण फैलाने के जुर्म में 4 उद्योगों के मालिकों को नोटिस थमाया. पर्यावरण विभाग ने उद्योगों के संचालकों को कड़े लहजे में चेताया है कि नोटिस में उल्लेखित प्रावधानों के अनुसार उद्योगों में सुधार करें, जिससे प्रदूषण नियंत्रण में रहे. अन्यथा उद्योगों के संचालन की अनुमति रद्द कर दी जाएगी.
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जिला पहले ही सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शुमार
कोरबा जिला उद्योग और कोयला उत्खनन के लिए जाना जाता है. छोटे बड़े 12 कोयला खदान संचालित हैं. जबकि दर्जनभर पावर प्लांट कोरबा जिले में मौजूद हैं. जो कि जिले को ऊर्जाधानी के साथ ही देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में भी शामिल करते हैं. ऐसे में औद्योगिक क्षेत्र में संचालित छोटे और मध्यम उद्योगों द्वारा भी प्रदूषण फैलाना जिले को और भी प्रदूषित बना रहा है. जिसका नुकसान क्षेत्र के निवासियों को झेलना पड़ रहा है.
संचालन की नहीं देंगे अनुमति
नोटिस जारी कर उद्योग के संचालकों को पर्यावरण विभाग ने साफ तौर पर कहा है कि मापदंडों के अनुरूप प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए जरूरी इंतजाम करें, जल्द ही नोटिस में उल्लेखित प्रावधानों के अनुरूप व्यवस्थाएं दुरुस्त की गई या नहीं, इस आधार पर उद्योगों का दोबारा निरीक्षण किया जाएगा. इस दौरान यदि पर्यावरण से जुड़े अधिनियम और प्रबंधों का उल्लंघन पाए जाने पर उद्योगों को संचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी.