कोरबा: जिले के केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 स्कूल में 18 दिसंबर को छात्र के पीटने का वीडियो वायरल हुआ था. एक टीचर के छात्र को पीटने के मामले (viral video case of student beating korba ) को गंभीरता से लेते हुए बाल कल्याण समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस (korba Child welfare committee issued notice to DEO ) जारी किया है और पूरे मामले की जानकारी मांगी है.
बाल कल्याण समिति ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है. यही वजह है कि बिना किसी शिकायत के इस मामले को स्वत: संज्ञान में ले लिया है. जिला शिक्षा अधिकारी के साथ ही समिति ने दर्री थाना से भी पत्राचार किया है. इस विषय में अब तक की गई कार्रवाई के विषय में जानकारी मांगी है. इससे पहले कोरबा पेरेंट्स एसोसिएशन (Korba Parents Association) और छात्र संगठन ने भी आवाज उठाई थी. उन्होंने आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई (Action against the accused teacher) नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी थी. राजनीतिक दलों के छात्र संगठनों ने भी कड़े आंदोलन की बात कही थी.
केंद्रीय विद्यालय कोरबा में छात्र को पीटते टीचर का वीडियो वायरल
ये है पूरा मामला
पूरी घटना केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 की है. शिक्षक मनोज ने 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की काफी वहशी तरीके से पिटाई की थी. जिसका वीडियो वायरल हो गया था. ETV भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद मंगलवार को पेरेंट्स सोसिएशन ने वायरल वीडियो के संबंध में DEO को ज्ञापन सौंपा. इसके साथ ही दोषी टीचर सहित प्राचार्य पर तत्काल FIR की मांग की थी.
बाल कल्याण समिति के अधिकार
बाल कल्याण समिति को किसी भी जिले के अंतर्गत 18 साल तक के नाबालिग बच्चों के विषय में किसी भी तरह के फैसले और इस संबंध में कार्रवाई की अनुशंसा का मजिस्ट्रियल अधिकार रहता है. समिति नाबालिग बच्चों के विषय में जिले की परिधि में निर्णय लेने के लिए जवाबदेह होती है. समिति का मानना है कि कोरबा के केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक द्वारा क्रूरता पूर्वक छात्र की पिटाई की जा रही है. जो किसी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है. इसलिए प्रयास है कि संबंधित शिक्षक व प्राचार्य के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जा सके.