बिलासपुर:गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सुप्रीमो हीरा सिंह मरकाम का बुधवार शाम निधन हो गया. हीरा सिंह मरकाम ने बिलासपुर के निजी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. स्वास्थ्य कारणों से पिछले 1 साल से मरकाम सक्रिय राजनीति से दूर थे. गृहग्राम तिवरता में आज मरकाम का अंतिम संस्कार किया जाएगा. इससे पहले मरकाम के बिलासपुर स्थित आवास पर उनके समर्थकों की भीड़ देखने को मिली.
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हीरा सिंह मरकाम का जन्म 14 जनवरी 1942 में बिलासपुर जिले के तिवरता गांव में हुआ था. यह गांव अब कोरबा जिले में आता है. हीरा सिंह मरकाम की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई. 2 अगस्त 1960 को वे प्राइमरी स्कूल में शिक्षक के रूप में नियुक्त हुए थे.मरकाम अविभाजित मध्यप्रदेश में पाली तानाखर से 3 बार विधायक रहे हैं.
कार्यकर्ताओं के लिए अपूर्णीय क्षति
मरकाम ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का 14 राज्यों में विस्तार किया. सालभर पहले स्वास्थ्य कारणों से मरकाम ने सक्रिय राजनीति से दूरी बनाते हुए पार्टी की जिम्मेदारी बेटे तुलेश्वर सिंह मरकाम को दी थी. पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं ने मरकाम के असमय निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है. उनका कहना है कि दादा का जाना दुखद है, उनके विचारों और संकल्प को पार्टी आगे बढ़ाते हुए उन्हें हमेशा जीवंत रखेगी.
सीएम ने दी श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने हीरा सिंह मरकाम को श्रद्धांजलि दी है. सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा है 'गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी नेता हीरा सिंह मरकाम जी के निधन का समाचार दुखद है. मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवारजनों के साथ है. मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं'.