कोरबाः प्रदेश सरकार पर चावल घोटाले का आरोप (rice scam allegation) लगाकर बीजेपी कार्यकर्ताओं (BJP workers) ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. जिले के उचित मूल्य की दुकान के समक्ष बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया.
उन्होंने कोरोना काल में केंद्र से मिले प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त चावल गरीबों को नहीं दिए जाने का सरकार पर आरोप लगाया है. इस मौके पर छत्तीसगढ़ में 1500 करोड़ रुपए की चावल घोटाला का भी आरोप लगाया है. उन्होंने उचित मूल्य की दुकानों के बाद एसडीएम कार्यालय (Siege of SDM office) का भी घेराव किया है.
बीजेपी का आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा हर महीने गरीबों के नाम पर सभी सदस्य 5 किलो चावल दिया जा रहा था. लेकिन इसका 75 फ़ीसदी चावल राज्य की सरकार ने बांटा ही नहीं. इसे उचित मूल्य की दुकानों तक पहुंचाया ही नहीं गया. केंद्र हर महीने 1 लाख 350 मिट्रिक टन अतिरिक्त चावल आवंटन कर रही है. जिसके अनुसार 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए था.
लोगों को नहीं मिला राशन का चावल
लेकिन यह लाभ छत्तीसगढ़ की जनता को नहीं मिल पाया. प्रदेश सरकार ने चावल में बड़ा घोटाला किया है. विधानसभा में भी इस मुद्दे को लेकर प्रश्न लगाया गया था और सरकार ने लिखित जवाब भी दिया है. एक तरह से सरकार भी घोटाले को स्वीकार कर रही है. इस मुद्दे को लेकर उचित मूल्य की दुकानों पर बीजेपी के पदाधिकारी धरना दे रहे हैं. जिसके बाद 11 व 12 अक्टूबर को एसडीएम कार्यालय का घेराव भी किया जाएगा.