कवर्धा : कवर्धा शहर की एक मात्र शासकीय स्वामी करपात्री हाईस्कूल (Government Swami Karpatri High School) में एडमिशन को लेकर लोगों को जद्दोजहद करना पड़ रहा है.सोमवार को ग्रामीण क्षेत्र से आए छात्रों को स्वामी करपात्री स्कूल मे एडमिशन नही मिलने से नाराज छात्रों और भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्कूल का गेट बंद कर मोर्चा खोला. छात्र स्कूल प्रबंधक, जिला प्रशासन और स्थानीय विधायक के खिलाफ नारेबाजी करने (Uproar to study in government school in Kawardha)लगे.
स्थानीय अधिकारियों ने छात्रों को समझाया : प्रदर्शन के बाद तहसीलदार और बड़ी संख्या मे पुलिस के जवान मौके पर पहुंच कर प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की. लेकिन प्रदर्शन कर रहे छात्र और भाजयुमो ने एडमिशन करने पर ही विरोध खत्म करने की बात कही. वहीं स्कूल के प्रिंसिपल डीएस जोशी का कहना है कि ''शहर में एक मात्र हाईस्कूल है जिसके कारण पूरे शहर के बच्चों का यहां एडमिशन दिया जाना है. जब तक स्कूल मे शहर के सभी बच्चों का एडमिशन नही हो जाता तब तक ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को एडमिशन देना संभव नही है.क्योंकि यदि ग्रामीण बच्चों को एडमिशन देकर सीटें फुल कर दी गईं तो शहर के बच्चे कहां जाएंगे.''
क्यों हुई ऐसी हालत : दरअसल पूर्व में कवर्धा शहर में 04 हाई स्कूल थे. लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मानंद इंगलिश मीडियम और हिन्दी मीडियम स्कूल खुलने के बाद 02 स्कूल आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल और 01 को आत्मानंद हिन्दी मीडियम स्कूल बनाया गया है. अब शहर में एक मात्र स्वामी करपात्री स्कूल ही बचा(Only one government school in Kawardha) है. सभी छात्र शासकीय करपात्री स्कूल मे एडमिशन चाहते हैं. लेकिन स्कूल में छात्रों की निर्धारित क्षमता के अनुसार ही लिया जा सकता है. साथ ही शहरी क्षेत्र के बच्चों को पहले प्राथमिकता देने की बात है. जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के छात्र इसका विरोध कर रहे हैं.
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क्या है छात्रों की मांगें : भाजयुमो के जिला अध्यक्ष पीयूष ठाकुर ने बताया कि ''जिला मुख्यालय के चार में से तीन स्कूल को आत्मानंद स्कूल के रुप में विकसित किया गया है. एक स्कूल ही बचा है. जिसमें भी छात्रों को एडमिशन नही दिया जा रहा है. स्कूल में एडमिशन नही मिलने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. इसके कारण स्कूल में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. जब तक एडमिशन नही दिया जाएगा तब तक विरोध प्रदर्शन जारी (Demonstration of rural students in Kawardha) रहेगा.''