राजनांदगांव : आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के दो संचालकों को राजनांदगांव कोतवाली पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है. दोनों ही आरोपियों के खिलाफ राजस्थान में कई मामले दर्ज हैं. दोनों के पास 9 हजार करोड़ की संपत्ति आंकी गई है,वहीं पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ राजनंदगांव कोतवाली थाने में 350 से अधिक आवेदन है. जिसे मिलाकर 5 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी का मामला दर्ज है.
किन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी : चिटफंड कम्पनी आदर्श कोऑपरेटिव सोसायटी के 2 डायरेक्टर मुकेश मोदी और राहुल मोदी को छत्तीसगढ़ पुलिस ने राजस्थान में जाकर गिरफ्तार किया. राजस्थान के सिरोही से धोखाधड़ी करने वालों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ राजनांदगांव कोतवाली थाने में भी शिकायत दर्ज है. 350 से अधिक निवेशकों ने इन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी किए जाने का आवेदन प्रस्तुत किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आदर्श कोऑपरेटिव सोसायटी के इन दोनों डायरेक्टर मुकेश मोदी और राहुल मोदी के खिलाफ राजस्थान में भी 150 से अधिक अपराध दर्ज हैं.
राजनांदगांव जिले में पांच करोड़ की ठगी : चिटफंड कंपनी आदर्श कोऑपरेटिव सोसायटी के इन संचालकों ने (Director of chit fund company Adarsh Cooperative Society Mukesh Modi and Rahul Modi) राजनांदगांव में सैकड़ों निवेशकों से 5 करोड़ से अधिक राशि की धोखाधड़ी की है. छत्तीसगढ़ शासन ने चिटफंड कंपनियों के जाल में फंसकर ठगे गए निवेशकों को उनके रुपए लौटाने का ऐलान किया था. उसी कड़ी में आरोपियों को गिरफ्तार करके छत्तीसगढ़ लाया गया है.जहां पर इनके संपत्तियों का पता लगाकर उसे कुर्क किया जाएगा. ताकि निवेशकों को पैसा लौटाया जा सके.
कैसे की थी ठगी : प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की गई जांच में खुलासा हुआ था कि मुख्य आरोपी मुकेश मोदी ने अपने रिश्तेदारों वीरेंद्र मोदी, भरत मोदी, राहुल मोदी, रोहित मोदी, प्रियंका मोदी आदि और सोसाइटी के अधिकारियों सहित अपने सहयोगियों के साथ मिलकर डिपॉजिटर्स के फंड से पैसा निकाला. बाद में इंटर लिंक फर्जी लेन-देन के जरिए मुकेश मोदी उनके रिश्तेदारों और सहयोगियों ने फर्जी ऋणों का लाभ उठाया.
रिश्तेदारों के खातों में ट्रांजेक्शन : सोसाइटी से अपने रियल एस्टेट व्यवसाय के नाम पर धन निकालने के एकमात्र उद्देश्य से कई कंपनियों और फर्मों को पंजीकृत करवाया. वहीं उन्होंने शेयर पूंजी के तौर पर इन कंपनियों में सोसायटी के धन का निवेश किया और अपने परिजनों की कंपनियों को ही वेतन, प्रोत्साहन और कमीशन के जरिए भारी मात्रा में धन का डायवर्जन किया. मुख्य आरोपी मुकेश मोदी और साथियों के इस काम से समाज को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ.
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दो दिन पहले सहारा के डायरेक्टर्स को किया था गिरफ्तार : आपको बता दें कि दो दिन पहले ही राजनांदगांव पुलिस ने सहारा कंपनी के चार डायरेक्टर्स को लखनऊ से गिरफ्तार किया था. अब आदर्श सोसाइटी के इन दोनों डायरेक्टरों की गिरफ्तारी से निवेशकों को उनके रुपए जल्द मिलने की उम्मीद जगी है. पुलिस के पास अभी केवल राजनांदगांव जिले का ही ब्यौरा है. हो सकता है आने वाले समय में पूरे छत्तीसगढ़ से इन ठगों के किए गए कारनामे सामने आए.