कवर्धा : पांडातराई नगर पंचायत के अध्यक्ष फिरोज खान ( Firoz Khan president of Pandatrai Nagar Panchayat) अपनी कुर्सी बचाने में सफल हो गए हैं. नगर पंचायत पांडातराई में कुल 15 पार्षद हैं. अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने पर अपनी कुर्सी बचाने के लिए फिरोज को 6 पार्षदों की आवश्यकता थी.15 पार्षदों में वोटिंग के बाद 9-6 की स्थिति बनी. जिसके बाद अध्यक्ष ने अपनी कुर्सी बचा ली. अपनी जीत के बाद अध्यक्ष फिरोज खान ने कहा ''यह जीत विकास की है. विश्वास की है.'' जीत के बाद अपने अध्यक्ष को उनके पक्ष के सभी कार्यकर्ता बधाई देते हुए नजर आए, नगर पंचायत के इस अविश्वास प्रस्ताव के परिणाम को लेकर जिले वासियों की नजर बनी हुई थी.
नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ आरोप : बता दें कि नगर पंचायत अध्यक्ष पर अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी और आय व्यय की जानकारी नहीं देने का आरोप (pandatarai nagar panchayat president accused of corruption) है. जिसके बाद 6 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन लगाया था. जिसके बाद अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 4 मई की तिथि वोटिंग के लिए निर्धारित हुई.गौरतलब है कि पांडातराई में नगर पंचायत की सत्ता पर कांग्रेस बहुमत के साथ काबिज हुई थी. 15 में से 9 वार्ड पर कांग्रेस के पार्षद निर्वाचित हुए थे. अब उन्हीं पार्षदों की नाराजगी का सामना अध्यक्ष को करना पड़ा था.
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पांडातराई नगर पंचायत की स्थिति : पांडातराई में कुल 15 पार्षद हैं. जिनमें 9 कांग्रेस के 4 बीजेपी और दो निर्दलीय हैं. 6 पार्षदों के हस्ताक्षर होने के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष अपने पार्षदों के समक्ष विश्वास खो दिए हैं. जिसके परिणाम 4 मई को वोटिंग हुई. अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाले 6 पार्षदों में नगर पंचायत उपाध्यक्ष संतोष गेंदले, सरोज जायसवाल, जसवीर सलूजा, सविता पाटसकर, प्रिया गुप्ता, तीजन बाई गेंदले शामिल थे.