कवर्धा: पंडरिया के थानेदार पर पत्रकार से दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा. जिसके बाद अब ये मामला तूल पकड़ते जा रहा है. बताया जा रहा है कि पंडरिया थाना के नए थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार रावटे ने भूख हड़ताल कर रहे पत्रकार नरेंद्र तिवारी को जबरन थाने लाकर बदसलूकी की (Case of Pandariya police station area of Kawardha) है.
क्या है पूरा मामला : नगर पंचायत CMO लालजी चंद्राकर की एक विवादित भूमि का मामला न्यायालयीन में लंबित है. जिसमें से नाम विलोपन किया गया है. इसके विरुद्ध जांच और उचित कार्यवाई की मांग नरेंद्र तिवारी ने की थी. लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर नरेंद्र तिवारी अपनी बेटी के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए.सूचना मिलने पर थानेदार दुर्गेश रावटे मौके पर पहुंचे और पत्रकार का कॉलर पकड़कर थाने ले आए.
पत्रकार ने क्या कहा : इस दौरान नरेंद्र तिवारी ने (Journalist Narendra Tiwari Pandariya)अपना परिचय भी थानेदार को दिया.लेकिन इन सब चीजों को कुर्सी के नशे में चूर थानेदार दुर्गेश रावटे ने दरकिनार कर दिया. इसके बाद पत्रकार के साथ थाने के अंदर जमकर गाली गलौच की गई. साथ ही साथ नरेंद्र तिवारी पर झूठी धाराएं लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद पंडरिया के पत्रकार उबल पड़े और थानेदार के खिलाफ सर्किट हाउस में मीटिंग बुलाकर निंदा प्रस्ताव पास किया.
पत्रकारों ने क्या किया : थानेदार दुर्गेश रावटे (TI Durgesh Raote accused of misbehavior) की इस हरकत से नाराज पत्रकारों ने वैधानिक कार्यवाई के लिए उच्च अधिकारी को लिखित शिकायत पत्र अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पंडरिया एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पंडरिया के समक्ष उपस्थित होकर सौंपा है. पत्रकारों ने थाना प्रभारी पर पर कार्रवाई नहीं करने पर प्रदेश स्तर पर विरोध करने का ऐलान किया है.
ये भी पढ़ें -कवर्धा में एक पिता बेटी के साथ भूख हड़ताल पर क्यों हुआ मजबूर ?
सारंगढ़ में भी हो चुकी है बदसलूकी : इससे पहले सारंगढ़ के एक पत्रकार ने SDOP पर गाली गलौज करने का आरोप लगाया था. केडार के जन चौपाल में साहू समाज ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह से इसकी शिकायत की थी. जिसमे समाज के भवन को लेकर तीन पत्रकार रुपए की मांग कर रहे हैं. आवेदन की जांच लिए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने SDOP जितेन्द्र खूंटे को मार्क किया है.इसी की जांच के दौरान पत्रकार और एसडीओपी के बीच विवाद हुआ था.