कवर्धा : जिले के बिरनपुर गांव में लकड़बग्घे का खौफ देखने को मिला (Fear of hyena in Biranpur village) है. जानकारी के मुताबिक लकड़बग्घा जंगल से भटककर गांव के पास आ गया. इसी दौरान लकड़बग्घे ने एक किसान के आंगन में बंधी बकरी का शिकार कर लिया.जिसे देखकर परिवार दहशत में आ गया. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वनविभाग को दी. वनविभाग की टीम ने भी तत्परता दिखाते हुए लकड़बग्घे का रेस्क्यू किया.
कैसे लकड़बग्घा पहुंचा गांव : गर्मी के मौसम में जंगल में खाने की कमी है.लिहाजा अक्सर जंगली जानवर भटककर भोजन की तलाश में गांव की तरफ आ जाते हैं. इसी कड़ी में बिरनपुर गांव में एक लकड़बग्घा आ पहुंचा. गांव की गलियों से होता हुआ लकड़बग्घा एक किसान के घर पहुंचा.जिसके आंगन में बकरी बंधी थी. बकरी को देखकर लकड़बग्घे ने मौका पाकर उसका शिकार किया.
कैसे मिली सूचना : लकड़बग्घा अभी अपने शिकार को खा ही रहा था कि ग्रामीण की नजर उस पर पड़ गई. ग्रामीण ने बिना देरी किए इसकी सूचना डायल 112 को दी. 112 की टीम ने वन विभाग को लकड़बग्घे की जानकारी दी. गांव में घूमते लकड़बग्घे के कारण सभी लोगों ने खुद को घर में कैद कर लिया. वहीं कुछ ग्रामीण उसके मूवमेंट में नजर रखे हुए थे.
किसने किया रेस्क्यू : वनविभाग की टीम जब गांव पहुंची तो लकड़बग्घा जंगल की ओर भाग चुका (Kawardha Forest Department rescued the hyena)था. लेकिन ग्रामीणों ने देखा कि वो एक संकरे पुल के अंदर छिपकर बैठ गया है. जिसके बाद वनविभाग की टीम ने पुल को एक किनारे से बंद करके दूसरी तरफ से लकड़बग्घे को बाहर निकाला और पिंजरे में कैद किया.
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क्या होगा लकड़बग्घे के साथ : बिरनपुर गांव से रेस्क्यू कर कवर्धा लाए गए लकड़बग्घे को फिलहाल जिला मुख्यालय के फॉरेस्ट डिपो में रखा गया है. जहां उसे प्राथमिक उपचार के बाद भोरमदेव अभ्यारण्य में छोड़ा जाएगा.