जगदलपुर: बस्तर का विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व शुरू होने वाला है. इस 75 दिन के दशहरा कार्यक्रम के लिए आयोजन समिति ने सूची जारी कर दी है. इसके अनुसार सोमवार 20 जुलाई को हरियाली अमावस्या के दिन पाठजात्रा कार्यक्रम होगा. इसके बाद 31 जुलाई को सुबह 11बजे डेरी गड़ाई पूजा होगी. 20 जुलाई से शुरू होने वाले विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के लिए बस्तर कलेक्टर समेत सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई. कोरोना महामारी की वजह से इस बार बस्तर दशहरा में सोशल डिस्टेंसिंग और नियमों का पूरा पालन करने के लिए आदेशित किया गया है.
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विश्व प्रसिद्ध दशहरा पर्व में 12 अद्भुत रस्मों को निभाने को लेकर अब तक प्रशासन की ओर से कोई आदेश नहीं आया है, लेकिन 75 दिवसीय दशहरा पर्व की सूची जिला प्रशासन ने जारी कर दी है.
इस दिन होंगे कार्यक्रम-
- 16 अक्टूबर को शाम 5 बजे काछानगादी पूजा विधान.
- 17 अक्टूबर को सुबह 11 से शाम 5 बजे तक कलश स्थापना पूजा विधान, जोगी बिठाई पूजा विधान.
- 18 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक शाम 5 बजे से प्रतिदिन नवरात्रि पूजा विधान, रथ परिक्रमा पूजा विधान.
- शनिवार 24 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से रात्रि 10.30 बजे तक महाअष्टमी पूजा विधान, निशा जात्रा पूजा विधान.
- रविवार 25 अक्टूबर को सुबह 11 बजे, शाम 5 बजे से रात्रि 8 बजे तक कुंवारी पूजा विधान, जोगी उठाई पूजा विधान, मावली परघाव विधान कार्यक्रम सम्पन्न होगी.
- सोमवार 26 अक्टूबर सुबह 11 बजे रात्रि 5 बजे तक भीतर रैनी पूजा विधान, रथ परिक्रमा पूजा विधान.
- मंगलवार 27 अक्टूबर को सुबह 11 बजे शाम 5 बजे तक कुम्हड़ाकोट पूजा विधान, रथ यात्रा पूजा विधान.
- बुधवार 28 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक काछन जात्रा पूजा विधान.
- शनिवार 31 अक्टूबर को सुबह 11 बजे मां दन्तेश्वरी दन्तेवाड़ा का बिदाई पूजा विधान कार्यक्रम सम्पन्न होगी.