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कोंडागांव की महिलाओं ने फूड प्रोसेसिंग में जीता अवॉर्ड, विदेशों में भी पसंद किये जा रहे प्रोडक्ट्स - कोंडागांव की महिलाओं को केंद्र ने दिया अवॉर्ड

कोंडागांव जिले की महिलाएं (Women of Kondagaon District) अब घर या खेत तक सीमित नहीं हैं. सरकार की योजनाओं के बूते अब वो अपने गांव में ही आत्मनिर्भर बन रहीं है. दिल्ली में कोंडानार उत्पाद बनाने वाली महिला स्वसहायता समूह को केंद्र सरकार ने सम्मान से नवाजा है.

Women of Kondagaon won award in food processing
कोंडागांव की महिलाओं ने फूड प्रोसेसिंग में जीता अवॉर्ड
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Published : Mar 21, 2022, 6:15 PM IST

रायपुर/नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले की आदिवासी महिलाओं को (Tribal women of Kondagaon district) सम्मान मिला है. भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा फ़ूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य (Outstanding work in the field of food processing) करने पर महिला समूह को नई दिल्ली में सम्मानित किया है. कृषि खाद्य उत्पादों के निर्माण और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एमएसएमई के राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने यह अवॉर्ड प्रदान किया. एमएसएमई मंत्रालय ने नई दिल्ली में (Ministry of MSME in New Delhi) 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी- इनवेस्टमेंट एंड बिजनेस समिट कम अवॉर्ड कार्यक्रम का आयोजन किया. जहां यह सम्मान महिला समूह की ओर से कंसल्टेंट सिद्धार्थ पांडेय ने ग्रहण किया.

आदिवासी महिलाओं की नई उड़ान

आदिवासी बाहुल्य कोंडगांव जिले की महिलाओं ने उड़ान महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी (Udaan Mahila Kisan Producer Company) बनाई है. ये कंपनी कोंडानार ब्रांड के नाम से कृषि खाद्य उत्पादों (Agricultural food products under the brand name of Kondanar) को बनाकर बेचती है. इस कंपनी में 10 बोर्ड ऑफ डायरेक्टर हैं. इसमें 30 से ज्यादा महिला स्वयं सहायता समूह जुड़े हुए हैं . जो अचार, चटनी, मिल्क शेक, कुकीज़, तीखुर, नारियल तेल सहित 30 से ज्यादा खाद्य सामग्री बनाने का काम करते हैं. कोंडगांव के कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने बताया कि इस कंपनी से 200 से ज्यादा आदिवासी महिलाओं को नियमित रोजगार सुनिश्चित हो गया है. यहाँ काम कर रही महिलाओं को हर महीने कम से कम 7500 रुपये वेतन मिलता है. उन्होंने बताया कि कोंडानार देश के साथ ही दुनिया में भी ब्रांड बन रहा है.

ये भी पढ़ें- सुविधाओं के अभाव में भी डटी रही तीरंदाज रमिता, तीरंदाजी में कमाया नाम

दुबई में कोंडागांव के प्रोडक्ट्स की धूम

दुबई एक्स्पो में भी कोंडगांव उड़ान के प्रोडक्ट्स को वर्चुअल प्लेटफॉर्म (Virtual platform for the product of Kondagaon Udan) पर रखा गया था. अनेक देश के लोगों ने प्रोडक्टस की जानकारी चाही. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) ने महिलाओं को अवॉर्ड मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यहाँ की आदिवासी महिलाओं ने सोशल इंटरप्रेन्योर बनकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है. उनके समर्पण और लगन से पारंपरिक स्वाद को नई पहचान मिल गयी है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को भी पसंद आया था स्वाद पिछले महीने रायपुर दौरे पर गए सांसद राहुल गांधी ने भी महिलाओं द्वारा बनाए गए कोंडानार खाद्य सामग्री का स्वाद लिया था, जिसमें उन्होंने तीखुर मिल्कशेक की काफी प्रशंसा की थी.

रायपुर/नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले की आदिवासी महिलाओं को (Tribal women of Kondagaon district) सम्मान मिला है. भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा फ़ूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य (Outstanding work in the field of food processing) करने पर महिला समूह को नई दिल्ली में सम्मानित किया है. कृषि खाद्य उत्पादों के निर्माण और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एमएसएमई के राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने यह अवॉर्ड प्रदान किया. एमएसएमई मंत्रालय ने नई दिल्ली में (Ministry of MSME in New Delhi) 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी- इनवेस्टमेंट एंड बिजनेस समिट कम अवॉर्ड कार्यक्रम का आयोजन किया. जहां यह सम्मान महिला समूह की ओर से कंसल्टेंट सिद्धार्थ पांडेय ने ग्रहण किया.

आदिवासी महिलाओं की नई उड़ान

आदिवासी बाहुल्य कोंडगांव जिले की महिलाओं ने उड़ान महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी (Udaan Mahila Kisan Producer Company) बनाई है. ये कंपनी कोंडानार ब्रांड के नाम से कृषि खाद्य उत्पादों (Agricultural food products under the brand name of Kondanar) को बनाकर बेचती है. इस कंपनी में 10 बोर्ड ऑफ डायरेक्टर हैं. इसमें 30 से ज्यादा महिला स्वयं सहायता समूह जुड़े हुए हैं . जो अचार, चटनी, मिल्क शेक, कुकीज़, तीखुर, नारियल तेल सहित 30 से ज्यादा खाद्य सामग्री बनाने का काम करते हैं. कोंडगांव के कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने बताया कि इस कंपनी से 200 से ज्यादा आदिवासी महिलाओं को नियमित रोजगार सुनिश्चित हो गया है. यहाँ काम कर रही महिलाओं को हर महीने कम से कम 7500 रुपये वेतन मिलता है. उन्होंने बताया कि कोंडानार देश के साथ ही दुनिया में भी ब्रांड बन रहा है.

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दुबई में कोंडागांव के प्रोडक्ट्स की धूम

दुबई एक्स्पो में भी कोंडगांव उड़ान के प्रोडक्ट्स को वर्चुअल प्लेटफॉर्म (Virtual platform for the product of Kondagaon Udan) पर रखा गया था. अनेक देश के लोगों ने प्रोडक्टस की जानकारी चाही. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) ने महिलाओं को अवॉर्ड मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यहाँ की आदिवासी महिलाओं ने सोशल इंटरप्रेन्योर बनकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है. उनके समर्पण और लगन से पारंपरिक स्वाद को नई पहचान मिल गयी है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को भी पसंद आया था स्वाद पिछले महीने रायपुर दौरे पर गए सांसद राहुल गांधी ने भी महिलाओं द्वारा बनाए गए कोंडानार खाद्य सामग्री का स्वाद लिया था, जिसमें उन्होंने तीखुर मिल्कशेक की काफी प्रशंसा की थी.

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