जगदलपुर : जिले में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ग्रामीण अंचलों में नए कोविड केयर सेंटर खोल रही है. इस दौरान जिला प्रशासन को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि उनके पंचायत में कोविड केयर सेंटर खोले जाने से वहां से संक्रमण से फैलेगा और गांव के लोग कोरोना के चपेट में आ जाएंगे. ऐसे में वे कोविड केयर सेंटरों को अपने गांव में खोले जाने का पुरजोर विरोध कर रहे हैं. बस्तानार ब्लॉक के किलेपाल गांव में ग्रामीणों और शासकीय कर्मचारियों के बीच कोविड केयर सेंटर को लेकर जमकर विवाद हुआ और मारपीट तक नौबत आ गई. बड़े अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों को शांत कराया गया.
बस्तर में शहरवासी गांवों में जाकर लगवा रहे कोरोना वैक्सीन, ग्रामीणों में आक्रोश!
कर्मचारियों को ग्रामीणों के विरोध कर सामना करना पड़ा
बस्तर कलेक्टर का कहना है कि कोरोना के पहले लहर में ग्रामीणों ने अपने गांव के मुख्य द्वार को सील कर अपने आप को पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया था, लेकिन दूसरी लहर के बाद देखा गया कि शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़ी संख्या में लोग कोरोना महामारी की चपेट में आ रहे हैं.अन्य राज्यों में भी बढ़ते कोरोना के प्रकोप की वजह से कई स्थानीय ग्रामीण वापस अपने घर लौट रहे हैं, इसे ध्यान में रखते हुए जिले के 7 ब्लॉकों में कोविड केयर सेंटर खोलने की कवायद प्रशासन के द्वारा की जा रही है. हालांकि कई इलाकों में कोविड केयर सेंटर खोल लिया गया है, लेकिन वही बस्तानार ब्लॉक और लौंहडीगुड़ा ब्लॉक में कोविड केयर सेंटर बनाने गए शासकीय कर्मचारियों को ग्रामीणों का भारी विरोध का सामना करना पड़ा और वापस लौटना पड़ा.
ग्रामीणों से बातचीत जारी
कलेक्टर रजत बंसल का कहना है कि ग्रामीण अंचलों में कोविड केयर सेंटर खुले इसके लिए प्रशासन की टीम भी पूरी तरह से लगी हुई है. जिले के ऐसे इलाकों में जहां ग्रामीण इस कोविड केयर सेंटर का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में सरपंच, कोटवार अन्य जनप्रतिनिधि और नागरिकों से बातचीत कर लगातार प्रशासन की टीम उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है. कलेक्टर का कहना है कि जिले के कुछ ब्लॉकों में ग्रामीणों से बातचीत करने के बाद सेंटर खोल लिए गए हैं, लेकिन एक दो ब्लॉक में अभी भी प्रशासन को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि कलेक्टर का कहना है कि लगातार उन ग्रामीणों से बातचीत की जा रही है और उन्हें कोविड केयर सेंटर खोलने के लिए मनाने का काम किया जा रहा है.