जगदलपुरः बस्तर में भी व्यापारी संघ ऑनलाइन शॉपिंग के विरोध में लामबंद हो रहे हैं. हाल ही में देश के प्रधानमंत्री के नाम ऑनलाइन शॉपिंग के विरोध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया. आगामी दिवाली पर्व को देखते हुए बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स (Bastar Chamber Of Commerce) के तत्वावधान में व्यापारी संघ (trade union) ने शहर में एक मुहिम छेड़ी है. जिसके तहत वोकल-फॉर-लोकल (Vocal-For-Local) को बढ़ावा देने के साथ ही दिवाली पर्व की खरीददारी स्थानीय बाजारों से करने की नीति बनाने की मांग की. ताकि शहर का पैसा शहर के विकास कार्यों में लगे.
इसके लिए सोशल मीडिया (social media) और प्रचार-प्रसार माध्यमों से ग्राहकों से व्यापारी संघ के द्वारा अपील की जा रही है. यह पहला मौका है, जब ऑनलाइन शॉपिंग (shopping online) के खिलाफ बस्तर के व्यापारी संघ व बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स (Traders Association And Bastar Chamber Of Commerce) ने इस तरह की मुहिम चलाई है. इस मुहिम को अच्छा रिस्पॉन्स भी मिल रहा है. दिवाली त्योहार के नजदीक आते ही बस्तर के व्यापारियों को दिवाली के बाजारों से रौनक गायब होने की चिंता सताने लगी है. पर्व के लिए कुछ ही दिन शेष रह गए हैं.
ऑनलाइन खरीददारी से प्रभावित हो रहा है काम
ऐसे में दिवाली की खरीददारी में पिछले सालों के मुकाबले काफी कम रौनक देखने को मिल रही है. इसकी वजह व्यापारी ऑनलाइन शॉपिंग को बता रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन शॉपिंग (Shopping Online) की वजह से बस्तर के व्यापारियों का काम काफी प्रभावित हुआ है. पहले ही 2 साल से कोरोना की मार झेलने के बाद इस बार कोरोना का प्रकोप कम होने के चलते इस दिवाली पर्व पर सभी वर्ग के व्यापारियों को काफी उम्मीदें हैं. लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग की वजह से चिंता भी बनी हुई है. इसी को ध्यान में रखते हुए पहली बार बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स और व्यापारी संघ ने दिवाली की खरीदी स्थानीय बाजारों में हो इसके लिए मुहिम चलाकर ग्राहकों से अपील की है.
बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष किशोर पारख का कहना है कि बस्तर के सभी व्यापारी वर्ग और चेंबर ऑफ कॉमर्स के सभी सदस्य वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस मुहिम को चला रहे हैं. इस मुहिम के तहत सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से जिले के ग्राहकों से अपील की जा रही है. वह दिवाली की खरीदारी स्थानीय बाजारों से ही करें ताकि उनसे मिलने वाले पैसे से शहर का विकास हो सके और शहर का पैसा शहर में ही रहे. अध्यक्ष का कहना है कि अगर ग्राहक स्थानीय बाजारों से खरीदारी करते हैं तो यह पैसा शहर के विकास पर लगेगा.
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शहर के विकास कार्यों में लगाया जाएगा पैसा
व्यापारी वर्ग टैक्स और अन्य माध्यमों से शहर के ही विकास में यह पैसा लगाएंगे. ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान यहां का पैसा दूसरे राज्यों में पहुंचता है और इससे शहर को कोई फायदा नहीं होता. स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि व्यापारी संघ पहले से ही ऑनलाइन शॉपिंग का बहिष्कार करते आ रहा है और इसके लिए बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. इस ऑनलाइन शॉपिंग से एक तरफ जहां व्यापारी वर्ग को काफी नुकसान पहुंचा है वहीं दूसरी तरफ कई लोग ऑनलाइन शॉपिंग के चलते ठगी के शिकार भी हो रहे हैं. ऐसे में इस तरह की मुहिम चलाकर वे ग्राहकों से अपील कर रहे हैं कि स्थानीय बाजार से वे अगर खरीददारी करेंगे तो उनके पैसों से छोटे व्यापारियों व फुटकर व्यापारियों के घर चलने के साथ ही कुछ पैसा उनके शहर के ही विकास कार्यों के लिए लगाया जाएगा.