जगदलपुरः बस्तर के ऐतिहासिक सरोवर व प्रदेश के सबसे बड़े तालाब दलपत सागर का कायाकल्प (Rejuvenation of Dalpat Sagar) बदलने के बाद अब स्थानीय लोगों को रोजगार (employment to local people) मिलना शुरू हो गया है. स्थानीय लोगों के साथ बाहर से पहुंच रहे पर्यटक सागर में बोटिंग (boating in the ocean) का लुत्फ उठा रहे हैं.
जिससे स्थानीय महिला स्व. सहायता समूह (Self. support group) को अच्छी आय भी हो रही है. तालाब के बड़े एरिया में फैले जलकुंभी की वजह से दलपत सागर विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गया था लेकिन निगम प्रशासन और स्थनीया लोगों के प्रयास से जलकुंभी की सफाई करने के बाद अब यहां स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले पर्यटक नॉका विहार का लुत्फ उठा रहे हैं.
किया जा रहा है दलपत सागर का सौंदर्यीकरण
रामवनगमन पथ में बस्तर के ऐतिहासिक सरोवर दलपत सागर को शामिल करने के बाद लगातार इस सागर के कायाकल्प को बदला जा रहा है. सालों से जलकुंभी का शिकार हुए दलपत सागर में वीड हार्वेस्टर मशीन (Weed Harvester Machine) से जलकुंभी सफाई अभियान शुरू कर दिया गया है और लगभग 120 एकड़ के इस सागर में से 50 एकड़ में जलकुंभी पूरी तरह से साफ कर दिया गया है. इसके साथ ही इस दलपत सागर का सौंदर्यीकरण (beautification of the ocean) भी किया जा रहा है. अब एक बार फिर से इस दलपत सागर में पर्यटकों के लिए बोटिंग की शुरुआत की गई है.
बकायदा शहर के महिला स्व. सहायता समूह द्वारा दलपत सागर में बोटिंग का संचालन (boating operations) किया जा रहा है और हर दिन बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर से बस्तर घूमने आ रहे पर्यटक भी इस बोटिंग का लुफ्त उठा रहे हैं. महिला स्व. सहायता समूह को अच्छी खासी कमाई भी हो रही है. नगर निगम आयुक्त प्रेम कुमार पटेल ने बताया कि दलपत सागर के जीर्णोंद्धार के लिए राज्य शासन की ओर से 5 करोड़ रुपए की राशि मिली है और इस राशि से दलपत सागर के दोनों तरफ फुटपाथ निर्माण के साथ ही जलकुंभी को पूरी तरह से साफ करने के लिए वीड हार्वेस्टर मशीन (Weed Harvester Machine) निगम ने क्रय किया है.
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हर रोज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं पर्यटक
इस मशीन के जरिए लगभग 50 एकड़ में जलकुंभी को पूरी तरह से साफ कर दिया गया है. दलपत सागर के परिसर में नए गुमटियों का भी निर्माण किया जा रहा है ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके और बाहर से घूमने आने वाले पर्यटक भी दलपत सागर पर्यटन स्थल का लुफ्त उठा सकें. दलपत सागर में बोटिंग की भी शुरुआत कर दी गई है. स्व. सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि दिन में 25 से 30 पर्यटक दलपत सागर में बोटिंग का लुफ्त उठाने पहुंच रहे हैं. वर्तमान में स्व. सहायता समूह के पास 6 बोट हैं और सुबह 11 बजे से शाम तक पर्यटक इस नौका विहार का लुफ्त उठाने यहां पहुंचते हैं.
समूह की महिलाओं ने कहा कि महिलाएं बोट चलाने के साथ ही दलपत सागर का भी देख रहे करती हैं. कई महिलाएं ऐसी हैं जो रोजगार नहीं मिलने के चलते उन्हें घर चलाने में दिक्कत जा रही थी लेकिन निगम प्रशासन के द्वारा दलपत सागर में बोटिंग शुरू किये जाने से अब उन्हें अच्छी आय भी हो रही है. उन्होंने निगम प्रशासन से दलपत सागर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और भी नये बोट क्रय करने और मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराने की मांग की है.