दंतेवाड़ा : भारतीय सेना में की जा रही ‘अग्निपथ’ भर्ती योजना को लेकर देश भर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच नक्सलियों ने भी इस भर्ती का विरोध किया (Naxalites opposed Agneepath plan in bastar) है. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी दक्षिण सब जोनल ब्यूरो (Opposition to Communist Party of India Maoist South Sub Zonal Bureau) समता ने प्रेसनोट जारी कर अग्निपथ योजना का पुरजोर विरोध किया है. नक्सलियों ने इसके विरोध में उतरे युवाओं का समर्थन करते हुए कहा कि ''मोदी के ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ आवाज बुलंद करें.''
प्रेस नोट में है क्या : प्रेसनोट में नक्सलियों ने कहा है कि ''पुलिस, अर्ध-सैनिक और सैन्य बलों में भर्ती का बहिष्कार करें. सरकारी नौकरियों में ठेका पद्धति के खिलाफ आंदोलन को तेज करें. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) भारतीय सेना में भर्ती की ठेका पद्धति ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ देश भर में जारी युवाओं के आंदोलन का समर्थन करती है. बस्तर संभाग के युवाओं से आह्वान करती है कि वह अग्निपथ विरोधी आंदोलनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा (Opposition to Agniveer Recruitment) लें.''
क्या है अग्निपथ योजनाः केंद्र सरकार ने बीते 14 जून को एक बड़ी महत्वाकांक्षी योजना लॉन्च की. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा के लिए एक आकर्षक भर्ती योजना 'अग्निपथ' (Agnipath) को मंजूरी दी. इसमें अग्निवीर (Agniveer) युवाओं को कम उम्र में सैन्य प्रशिक्षण के साथ-साथ स्वरोजगार के काबिल भी बनाया जाएगा. इस दौरान उन्हें शानदार वेतन भी मिलेगा. पहले साल 46 हजार युवक-युवतियों की भर्ती जाएगी. यहां संख्या हर साल कम या ज्यादा हो सकती है. यह योजना सेना भर्ती रैलियों की जगह लेगी.
अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर बनने के मानदंड : इच्छुक युवक-युवती का भारतीय नागरिक होना जरूरी है. आवेदक की उम्र साढ़े 17 साल से 21 साल के मध्य होना चाहिए. साथ ही आवेदक उम्मीदवार का 10वीं या 12वीं पास होना जरूरी है. जो 10वीं पास होंगे, उन्हें प्रशिक्षण के दौरान कक्षा 12वीं पढ़ाई भी कराई जाएगी. चार साल के कार्यकाल में पहले छह महीने ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके बाद सेना के जवानों के साथ देश सेवा का मौका मिलेगा.