दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ में नक्सलियों और पुलिस के बीच आए दिन मुठभेड़ की खबरें आपने बहुत सुनी होंगी. इन्हीं मुठभेड़ के बीच कई बार एक दूसरे को नुकसान पहुंचाने के लिए फेंके गए बम नहीं फटते और पड़े रहते हैं. ये बम ना सिर्फ आम जनता के लिए घातक हैं बल्कि कई बार पशु भी इनकी चपेट में आ जाते हैं. दंतेवाड़ा में एक ऐसी ही घटना घटी. जो कई बच्चों का काल बन सकती थी. वक्त रहते ही टीम ने खतरे को भांपते हुए इन बच्चों की जान बचाई.
बच्चों ने बम को समझा खिलौना : दंतेवाड़ा के माक्षीपदर आंगनबाड़ी में बच्चे जंगल में खेल रहे थे. तभी उन्हें अजीब सी चीज दिखाई दी. इस चीज को वो अपने साथ उठाकर खेलने के लिए आंगनबाड़ी में ले आए. लंच ब्रेक के दौरान बच्चों ने बैग से ये अजीब चीज निकाली और खेलने लगे. तभी आंगनबाड़ी में काम करने वाली महिला स्वास्थ्यकर्मी की नजर बच्चों पर पड़ी. बच्चे जिस चीज से खेल रहे (Children were playing with bombs in Dantewada)थे. उसे देखकर महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई.
जिंदा बम से खेल रहे थे बच्चे : महिला स्वास्थ्यकर्मी ने तुरंत बच्चों को बम से दूर किया और इसकी सूचना पुलिस को(Alive bomb in Dantewada Anganwadi center ) दी. पुलिस ने बम की सूचना मिलने पर तुरंत बीडीएफ टीम को एक्टिव किया और अपने साथ लेकर आंगनबाड़ी पहुंची. बीडीएफ ने इस बम को डंकिनी नदी किनारे ले जाकर निष्क्रिय किया.अब पुलिस आसपास के खेतों में सर्चिंग अभियान कर रही है.ताकि ऐसे ही जिंदा बम किसी का काल ना बने.