जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने मिशन 2023 (Congress mission 2023) की शुरुआत बस्तर से की है. ओडिशा के कोरापुट से कांग्रेस सांसद और छत्तीसगढ़ के प्रदेश सह प्रभारी सप्तगिरी (Chhattisgarh Congress co-in-charge Saptagiri Shankar Ulaka) शंकर उल्का ने यहां कार्यकर्ताओं की बैठक ली है.संभाग स्तरीय सम्मेलन में उल्का शामिल हुए और 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश भरा.
इस सम्मेलन में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, मंत्री कवासी लखमा और बस्तर के कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए. इस मौके पर सप्तगिरी शंकर उल्का ने कार्यकर्ताओं से प्रदेश सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने की बात कही है. कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए उल्का ने कहा कि, वह लोगों को कोरोना से लड़ने के लिए जागरुक करें साथ ही बघेल सरकार की योजनाओं और उससे जुड़े फायदों को लोगों को बताएं.
'2023 विधानसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुटें'
साल 2023 में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसी सूरत में उल्का ने कार्यकर्ताओं से अभी से इसकी तैयारी शुरू करने की बात कही है. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उल्का ने कहा कि वे सभी 2018 विधानसभा चुनाव जैसे परिणाम लाने के लिए 2023 में तैयार रहें. इसके लिए अभी से मेहनत करनी पड़ेगी ताकि दोबारा जीत का परचम कांग्रेस लहरा सके.
'बघेल सरकार आदिवासियों और गरीबों की सरकार है'
सिलगेर मुद्दे पर बोलते हुए सप्तगिरि उल्का ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आदिवासियों की सरकार है. इस मुद्दे पर जो भी नाराजगी है. उसे जल्द दूर कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि, बघेल सरकार छत्तीसगढ़ की पहली ऐसी सरकार है जो आदिवासियों और गरीबों से सीधे संवाद कायम करने में विश्वास करती है. इसलिए सिलगेर विरोध के दौरान सरकार ने 9 सदस्यीय दल को ग्रामीणों से बात करने के लिए भेजा था. ऐसा पहली बार हुआ जब आदिवासियों से बात करने सरकार का प्रतिनिधि मंडल आया हो.
'बीजेपी पर छत्तीसगढ़ को लूटने का लगाया आरोप'
कांग्रेस के संभाग स्तरीय मीटिंग को संबोधित करते हुए सप्तगिरी शंकर उल्का ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 15 साल के शासनकाल में प्रदेश को लूटने का काम किया है. आदिवासियों पर अत्याचार करने का काम किया गया है. यही वजह है कि साल 2018 में बीजेपी की करारी हार छत्तीसगढ़ में हुई. इस मीटिंग में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता सम्मेलन में सभी कार्यकर्ताओं से मिशन 2023 की तैयारियों को लेकर चुनावी बिगुल फूंकने की बात कही जा रही है. कांग्रेस एक परिवार की तरह है. अगर कोई कार्यकर्ता नाराज है. तो उसकी सभी नाराजगियों को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा.