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मुखबिरी के शक में हुई थी पास्टर की हत्या, मद्देड़ एरिया कमेटी ने ली जिम्मेदारी - बीजापुर के मद्देड़ में पास्टर की हत्या

Bijapur Naxal News : बीजापुर में नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में पास्टर की हत्या कर दी थी. इस बारे में मद्देड़ एरिया कमेटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर हत्या की बात स्वीकारी है.

Bijapur Naxal News
मुखबिरी के शक में हुई थी पास्टर की हत्या
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Published : Mar 20, 2022, 3:55 PM IST

Updated : Mar 20, 2022, 4:47 PM IST

बीजापुर : मद्देड़ थाना क्षेत्र के अंगमपल्ली गांव (Angampalli village of Madded police station area) में हुए पास्टर की हत्या की जिम्मेदारी नक्सली संगठन ने ली है. मद्देड़ नक्सली एरिया कमेटी (Madder Maoist Area Committee) ने विज्ञप्ति जारी करके पास्टर की हत्या करने की बात कबूली है. कमेटी के मुताबिक पास्टर पुलिस की मुखबिरी में शामिल था. मद्देड एरिया कमेटी के जारी विज्ञप्ति में उल्लेख करते हुए कहा कि अंगमपल्ली गांव का यालम शंकर वर्ष 2018 से ही नक्सलियों के खिलाफ काम कर रहा था. शंकर ने विरोधी बनकर पुलिस के लिए काम किया है.

ये भी पढ़ें- रायपुर में पुलिस जवान का फंदे में लटका मिला शव

नक्सलियों ने विज्ञप्ति में क्या लिखा ?

नक्सलियों ने विज्ञप्ति में लिखा कि मृतक यालम शंकर नक्सली गतिविधि (Deceased Yalam Shankar Naxalite Activity) की जानकारी मद्देड थाना प्रभारी और पुलिस अधीक्षक को दिया करता था. इसके लिए वो गांवों में जानकर नक्सली गतिविधियों की जानकारी लिया करता था. विज्ञप्ति में ये भी कहा गया है कि ग्रामीणों को धमकाकर यालम ने कई जानकारियां इकट्ठा की थी और पुलिस तक पहुंचाई.

इसमें आगे लिखा है कि 26 नवम्बर 2021 को गौरारम और तिम्मीरगुड़ा के जंगलों में डीआरजी की टीम को बुलाकर हमला कराने में यालम शंकर की अहम भूमिका थी. यालम शंकर को नक्सलियों ने कई बार सुधरने की चेतावनी दी थी. लिहाजा क्रांतिकारी माओवादी की जनविरोधी बन कर काम करने के चलते चेतावनी के बावजूद नहीं सुधरने पर यालम की हत्या कर दी गई. नक्सलियों ने कहा कि मुखबिरी षडयंत्रकारियों को जन अदालत के माध्यम से सजा देने का प्रावधान है. लिहाजा यालम शंकर को नक्सली विरोधी काम करने पर सजा दी गई है.

बीजापुर : मद्देड़ थाना क्षेत्र के अंगमपल्ली गांव (Angampalli village of Madded police station area) में हुए पास्टर की हत्या की जिम्मेदारी नक्सली संगठन ने ली है. मद्देड़ नक्सली एरिया कमेटी (Madder Maoist Area Committee) ने विज्ञप्ति जारी करके पास्टर की हत्या करने की बात कबूली है. कमेटी के मुताबिक पास्टर पुलिस की मुखबिरी में शामिल था. मद्देड एरिया कमेटी के जारी विज्ञप्ति में उल्लेख करते हुए कहा कि अंगमपल्ली गांव का यालम शंकर वर्ष 2018 से ही नक्सलियों के खिलाफ काम कर रहा था. शंकर ने विरोधी बनकर पुलिस के लिए काम किया है.

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नक्सलियों ने विज्ञप्ति में क्या लिखा ?

नक्सलियों ने विज्ञप्ति में लिखा कि मृतक यालम शंकर नक्सली गतिविधि (Deceased Yalam Shankar Naxalite Activity) की जानकारी मद्देड थाना प्रभारी और पुलिस अधीक्षक को दिया करता था. इसके लिए वो गांवों में जानकर नक्सली गतिविधियों की जानकारी लिया करता था. विज्ञप्ति में ये भी कहा गया है कि ग्रामीणों को धमकाकर यालम ने कई जानकारियां इकट्ठा की थी और पुलिस तक पहुंचाई.

इसमें आगे लिखा है कि 26 नवम्बर 2021 को गौरारम और तिम्मीरगुड़ा के जंगलों में डीआरजी की टीम को बुलाकर हमला कराने में यालम शंकर की अहम भूमिका थी. यालम शंकर को नक्सलियों ने कई बार सुधरने की चेतावनी दी थी. लिहाजा क्रांतिकारी माओवादी की जनविरोधी बन कर काम करने के चलते चेतावनी के बावजूद नहीं सुधरने पर यालम की हत्या कर दी गई. नक्सलियों ने कहा कि मुखबिरी षडयंत्रकारियों को जन अदालत के माध्यम से सजा देने का प्रावधान है. लिहाजा यालम शंकर को नक्सली विरोधी काम करने पर सजा दी गई है.

Last Updated : Mar 20, 2022, 4:47 PM IST
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