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बस्तर दशहरा के लिए इस साल 86 लाख रुपये का बजट

Bastar Dussehra Committee meeting: बस्तर दशहरा को लेकर सांसद दीपक बैज की अध्यक्षता में समिति की बैठक सोमवार को जगदलपुर में हुई. बैठक में बस्तर दशहरा के लिए बजट बढ़ाने पर चर्चा हुई. इसका प्रस्ताव सीएम भूपेश बघेल के सामने रखा जाएगा. दो साल बाद बस्तर दशहरा के भव्य आयोजन की तैयारी सुचारू रूप से करने पर सहमति बनी.

Bastar Dussehra Committee meeting
बस्तर दशहरा समिति की बैठक
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Published : Sep 13, 2022, 9:47 AM IST

जगदलपुर: 75 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक बस्तर दशहरा को विधि विधान के साथ पूरा कराने के लिए सोमवार को बस्तर दशहरा समिति की बैठक हुई. बस्तर कलेक्ट्रेट कार्यालय के प्रेरणा कक्ष में बस्तर सांसद दीपक बैज की अध्यक्षता में बैठक की गई. जिसमें दशहरा समिति के सदस्य, मांझी, चालकी, समेत समाज के सभी प्रमुख लोगों के अलावा बस्तर के सभी अधिकारी मौजूद रहे. इस बैठक में कोरोना काल के बाद बस्तर के इस ऐतिहासिक दशहरे पर्व को भव्य रूप से मनाने के लिए बजट संबंधी चर्चा की गई.Bastar Dussehra Committee meeting

बस्तर दशहरा समिति की बैठक

बस्तर दशहरा के लिए 86 लाख रुपये का बजट: बस्तर सांसद ने पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन और अन्य सभी स्तर में हर संभव प्रयास करने की बात कही है. बीते साल बस्तर दशहरे में जिला प्रशासन ने लगभग 73 लाख रुपये का बजट बनाया था. लेकिन इस साल जिला प्रशासन ने 86 लाख रुपये का बजट बनाया है. जिसको लेकर बस्तर दशहरा समिति प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर बजट के विषय में चर्चा करेगी.

Bastar Dussehra 2022 : बस्तर दशहरा में रस्मों की परंपरा, 75 दिनों तक चलता है कार्यक्रम

सीएम भूपेश बघेल से बस्तर दशहरा के बजट को लेकर चर्चा : बैठक में दशहरा समिति के नए उपाध्यक्ष का मनोनयन किया गया. कर्रेकोट परगना के मंगरु मांझी ने बलराम मांझी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी मांझियों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया. इस अवसर पर सांसद दीपक बैज ने नवनियुक्त उपाध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा कि "बस्तर दशहरा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. इसे देखने आने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछले दो साल में कोरोना संक्रमण के कारण बस्तर दशहरा का आयोजन एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन बस्तर दशहरा समिति के सदस्यों और जिला प्रशासन की सतर्कता के कारण यह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.

इस साल बस्तर दशहरा में और भीड़ बढ़ेगी: कोरोना संक्रमण के कारण जो लोग बस्तर दशहरा में शामिल नहीं हो पाए, वे इस साल निश्चित तौर पर बस्तर दशहरा में शामिल होंगे, जिससे भीड़ बढ़ेगी. ऐसी स्थिति में इसके सुव्यवस्थित आयोजन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि मावली परघाव के अवसर पर लोगों की उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इसके सजीव प्रसारण के व्यवस्था की जरूरत है. मावली माता की डोली का दर्शन इसके पश्चात् भी किया जा सकता है. पुजारी, मांझी, चालकी, मेम्बर, के अनुभव का लाभ हमेशा बस्तर दशहरा के आयोजन के समय मिलता रहा है.सभी जनप्रतिनिधि इसके बेहतर आयोजन के लिए सभी आवश्यक सहयोग देने को तैयार हैं.

जगदलपुर: 75 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक बस्तर दशहरा को विधि विधान के साथ पूरा कराने के लिए सोमवार को बस्तर दशहरा समिति की बैठक हुई. बस्तर कलेक्ट्रेट कार्यालय के प्रेरणा कक्ष में बस्तर सांसद दीपक बैज की अध्यक्षता में बैठक की गई. जिसमें दशहरा समिति के सदस्य, मांझी, चालकी, समेत समाज के सभी प्रमुख लोगों के अलावा बस्तर के सभी अधिकारी मौजूद रहे. इस बैठक में कोरोना काल के बाद बस्तर के इस ऐतिहासिक दशहरे पर्व को भव्य रूप से मनाने के लिए बजट संबंधी चर्चा की गई.Bastar Dussehra Committee meeting

बस्तर दशहरा समिति की बैठक

बस्तर दशहरा के लिए 86 लाख रुपये का बजट: बस्तर सांसद ने पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन और अन्य सभी स्तर में हर संभव प्रयास करने की बात कही है. बीते साल बस्तर दशहरे में जिला प्रशासन ने लगभग 73 लाख रुपये का बजट बनाया था. लेकिन इस साल जिला प्रशासन ने 86 लाख रुपये का बजट बनाया है. जिसको लेकर बस्तर दशहरा समिति प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर बजट के विषय में चर्चा करेगी.

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सीएम भूपेश बघेल से बस्तर दशहरा के बजट को लेकर चर्चा : बैठक में दशहरा समिति के नए उपाध्यक्ष का मनोनयन किया गया. कर्रेकोट परगना के मंगरु मांझी ने बलराम मांझी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी मांझियों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया. इस अवसर पर सांसद दीपक बैज ने नवनियुक्त उपाध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा कि "बस्तर दशहरा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. इसे देखने आने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. पिछले दो साल में कोरोना संक्रमण के कारण बस्तर दशहरा का आयोजन एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन बस्तर दशहरा समिति के सदस्यों और जिला प्रशासन की सतर्कता के कारण यह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.

इस साल बस्तर दशहरा में और भीड़ बढ़ेगी: कोरोना संक्रमण के कारण जो लोग बस्तर दशहरा में शामिल नहीं हो पाए, वे इस साल निश्चित तौर पर बस्तर दशहरा में शामिल होंगे, जिससे भीड़ बढ़ेगी. ऐसी स्थिति में इसके सुव्यवस्थित आयोजन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि मावली परघाव के अवसर पर लोगों की उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इसके सजीव प्रसारण के व्यवस्था की जरूरत है. मावली माता की डोली का दर्शन इसके पश्चात् भी किया जा सकता है. पुजारी, मांझी, चालकी, मेम्बर, के अनुभव का लाभ हमेशा बस्तर दशहरा के आयोजन के समय मिलता रहा है.सभी जनप्रतिनिधि इसके बेहतर आयोजन के लिए सभी आवश्यक सहयोग देने को तैयार हैं.

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