भिलाई : सुपेला रेलवे क्रासिंग को आम लोगों के लिए बंद करने के बाद आनन फानन में अंडरब्रिज निर्माण के लिए ठेकेदार ने काम शुरू करा दिया ( Outrage among traders stopped the work of Bhilai Supela railway gate) था. यह काम दूसरे दिन ही बंद हो गया।. अंडरब्रिज निर्माणी एजेंसी ने क्रासिंग पर दोनों ओर लोहे की टीन से घेरा कर दिया गया है. वहीं पटरी के पास ही सड़क को खोद दिया गया है. इधर रेलवे और यातायात पुलिस की लारवाही को लेकर क्षेत्र के व्यापारियों में आक्रोश दिखा. मौर्या चंद्रा टॉकिज एवं प्रियदर्शनी परिसर अंडरब्रिज में यातायात का दबाव नजर आने लगा है. सुबह और शाम को वाहनों का दबाव ज्यादा रहता है.
क्यों बंद किया गया फाटक : सुपेला रेलवे क्रासिंग (Supela Railway Crossing) पर अंडरब्रिज का निर्माण होना है. इसकी वजह से यहां पर रेलवे क्रासिंग बंद करने के साथ यातायात व्यवस्था चंद्रा टाकीज अंडरब्रिज, प्रियदर्शनी परिसर स्थित अंडरब्रिज से वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्णय लेते हुए रेलवे ने जिला प्रशासन को पत्र लिया था. इस पत्र के आधार पर बीते 12 अगस्त की सुबह निर्माणी एजेंसी यातायात पुलिस के अफसरों ने निरीक्षण किया था. इस दौरान तय किया गया था कि कहां-कहा बेरिकेडिंग की जाएगी. उस दिन ही जिला यातायात पुलिस द्वारा जानकारी दी गई कि इस रेलवे क्रासिंग से आम लोगों की आवाजाही 16 अगस्त को सुबह सात बजे से हमेशा के लिए बंद हो जाएंगी. इसके बाद प्रशासन ने रेलवे अफसरों से मौखिक रूप से कहा था कि बारिश के मौसम में पावर हाउस, मौर्या चंद्रा, प्रियदर्शनी परिसर और नेहरू नगर क्रासिंग अंडरब्रिज (Nehru Nagar Crossing Bhilai) से आवाजाही बंद हो जाती है। ऐसे में बेहतर होगा कि सुपेला क्रासिंग को बारिश के बाद बंद करें.
सहमति के बाद भी बंद हुआ फाटक : रेलवे के अफसरों ने बारिश के बाद काम शुरु करने को कहा था.लेकिन मंगलवार की सुबह अंडरब्रिज निर्माण करने वाली एजेंसी का अमला और यातायात पुलिस सुपेला रेलवे क्रासिंग पर पहुंचा. यहां क्रासिंग के दोनों ओर मार्ग पर बेरिकेडिंग कर वाहनों की आवाजाही बंद करा दी गई. इतना ही नही ठेकेदार ने दोनों ओर का मार्ग बंद करने के बाद पहले दिन काम भी करा दिया. जिससे किसी तरह के विरोध कही स्थिति नहीं बन सके. वहीं बुधवार को वहां अंडरब्रिज के निर्माण को लेकर कोई भी काम नाही किया गया. यह देख आसपास के दुकानदारों में आक्रोश है. उनका कहना है कि जिस तेजी से मार्ग को बंद किया गया, दूसरे ही दिन उसी तेजी से काम बंद हो गया.
खुदाई से हो सकता है पटरी को नुकसान: ठेकेदार ने क्रासिंग पर ठीक पटरी के पास ही खुदाई कर दी गई है. अभी यहां पर बाक्स लगाने के लिए भी खुदाई की जानी है. लोगों का कहना है कि बारिश में इस तरह को खुदाई से पटरी को नुकसान पहुंच सकता है. इस रेल मार्ग पर 24 घंटे में 160 से अधिक ट्रेन गुजरती है.