दुर्ग: लॉकडाउन के बीच जिला कलेक्टर की मानवीयता देखने को मिली. तय समय के बाद भी एक बुजुर्ग महिला को सब्जी बेचता देखकर कलेक्टर ने उनकी पूरी सब्जी खरीद ली. सब्जी बिकने पर बुजुर्ग महिला खुशी-खुशी अपने घर चली गई.
दो दिनों के कंप्लीट लॉकडाउन की प्रशासनिक तैयारी को देखने के लिए कलेक्टर अंकित आनंद और एसएसपी अजय यादव फ्लैग मार्च पर निकले. इस दौरान प्रशासन की टीम शनिचरी बाजार पहुंची, जहां एक बुजुर्ग महिला तय समय के बाद भी सब्जी बेचती दिखी. लिहाजा कलेक्टर अंकित आनंद की नजर उन पर पड़ी तो वे बुजुर्ग महिला के पास गए. अचानक से पुलिस और अधिकारियों को अपनी तरफ आता देख महिला बुरी तरह डर गई.
कलेक्टर अंकित आनंद की दरियादिली
इधर कलेक्टर अंकित आनंद ने बड़े ही आत्मीयता से महिला से कहा कि कोरोना की वजह से लॉकडाउन चल रहा है और वो अब इस तरह से सब्जी नहीं बेच सकती. कलेक्टर ने उन्हें वहां से जाने को कहा तो महिला पूरी तरह से निराश हो गई. इधर कलेक्टर ने जब सब्जी वाली बुजुर्ग महिला के मुरझाए चेहरे को देखा तो तुरंत उसकी परेशानी समझ ली और फिर अपने पॉकेट से 200 रुपये निकालकर महिला को दिए और बोले कि तुम्हारी सारी सब्जी भाजी खरीद ली है, अब आप यहां से तुरंत घर चली जाइए.
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पुलिसकर्मियों ने बजाई तालियां
कलेक्टर ने जैसे ही पैसे थमाए बुजुर्ग महिला के चेहरे पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा. कलेक्टर ने सब्जी वाली से सारी भाजी खरीद ली और घर भेज दिया. कलेक्टर की इस दरियादिली पर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और अधिकारियों ने तालियां बजाई.