दुर्ग : पुलिस ने 1 करोड़ 22 लाख की ठगी करने वाले दंपति को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. भिलाई की अनुष्ठा रेसिडेंसी में रहने वाले प्रार्थी बीएसपी से जीएम पद से रिटायर कर्मचारी दुलार सिंह ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि बीमा पॉलिसी के नाम, गाँव के जमीन में मोबाईल टावर लगाने के लिए और टावर इंस्टालेशन करने और 2 सालों के लिए निवेश प्लान बताकर उसके साथ बड़ी ठगी की गई है. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरु (Couple arrested from Delhi in cheating case of one crore) की.
क्या था मामला : इस मामले में आरोपी मनीषा शर्मा ने खुद को आरबीआई का अधिकारी बताकर दुलार सिंह को जाल में फंसाया. मनीषा ने रिटायर अधिकारी को कई तरह के इनवेस्टमेंट प्लान (Durg Crime News) बताएं. जिसमे भारी भरकम रकम वापसी का वादा किया गया.यही नहीं बिजनेस मॉडल बताकर पैसों की बारिश की गई. अलग-अलग मोबाइल नंबरों से बातचीत करते हुए 2014 से 2021 तक अलग - अलग बैंक खातों में पैसा जमा करवा कर लगभग 1 करोड़ 22 लाख की धोखाधड़ी की गई थी.
कहां से हुई गिरफ्तारी : पुलिस ने जांच के दौरान प्रार्थी द्वारा बताए गए बैंक खातों की जानकारी ली. जिसमें 1 करोड़ 22 लाख का ट्रांजैक्शन का पता चला. उसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले आरोपी मनीषा शर्मा की खोजबीन में जुटी. पुलिस लगातार मनीषा शर्मा की खोजबीन में जुटी थी. कि पुलिस को सूचना मिली कि मनीषा शर्मा और संदीप चौटाला दिल्ली में मौजूद है. दिल्ली में ही बैठकर मोबाइल फोन के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं. जिसके बाद दुर्ग पुलिस ने एक टीम गठित कर दिल्ली रवाना हुई . दिल्ली के महारानी एंक्लेव उत्तम नगर वेस्ट से दोनों आरोपी पति संदीप चौटाला और पत्नी मनीषा शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया (Accused couple thugs arrested from Delhi) है.
कैसे की थी ठगी : पुलिस ने बताया कि '' साल 2012 में सीएस इनोवेशन इंश्योरेंस ब्रोकर कंपनी (CS Innovation Insurance Broker Company of Delhi) में मनीषा शर्मा काम करती थी. कई लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों का इंश्योरेंस प्लान की मनीषा को जानकारी थी. इसी दौरान 2013 में भिलाई के रहने वाले दुलार सिंह से आरोपियों ने मोबाइल से संपर्क किया. कई कंपनियों का प्लान बताकर उनसे 2014 से 2021 तक 1 करोड़ 22 लाख रुपए अपने खातों में डलवाएं.
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हर बार अलग नंबर से कॉल : पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बचने के लिए हर बार नए नंबरों का इस्तेमाल किया. पुलिस ने आरोपियों का मोबाइल फोन, कई कंपनियों का सिम कार्ड, कई बैंकों के पासबुक समेत एटीएम बरामद किए हैं. पुलिस फिलहाल आरोपियों को रिमांड में लेने की तैयारी कर रही है.रिमांड में लेकर उनसे और भी पूछताछ की जाएगी. पुलिस का दावा है आरोपियों से पूछताछ में और भी बड़ी ठगी किए जाने की जानकारी मिल सकती है.साथ ही इस मामले में अन्य आरोपियों को गिरफ्तारी भी हो सकती है.