भिलाई : भिलाई इस्पात सयंत्र में लगातार हादसे (bsp plant accident) के बाद प्रबंधन में अब हड़कंप सा मच गया है. पिछले एक सप्ताह में दो ठेका श्रमिकों की जहां मृत्यु हो चुकी है. तो वहीं पांच श्रमिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं. जिसके कारण सयंत्र प्रबंधन दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. इधर सयंत्र के भीतर हो रहे हादसे के (Frequent accidents in BSP plant)बाद यूनियन की तरफ से भी ठेका श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. भिलाई इस्पात सयंत्र में गुरुवार दोपहर ठेका श्रमिक अर्जुन साहू की मौत हो गई. जिसके बाद यूनियन के नेताओ ने ठेका श्रमिको की सुरक्षा को लेकर प्रबंधन को आड़े हाथों लिया है.
परिवार को दी जाएगी नौकरी : अर्जुन साहू की मौत के बाद प्रबंधन ने उसकी पत्नी मीना साहू को खेद जताते हुए निष्पक्ष जांच और नियमानुसार अनुकम्पा नियुक्ति दिये जाने का लिखित आश्वासन दिया है. साथ ही मृतक की पत्नी को ढाई लाख रुपये का चेक और 50 हजार रुपए दिए गए(Compassionate appointment on death of worker in bsp) हैं. हिंदुस्तान ठेका इस्पात श्रमिक संघठन (Hindustan Contract Steel Workers Union) के महासचिव योगेश कुमार सोनी ने ठेका श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर प्रबंधन पर कई सवाल खड़ा किए हैं.
सकते में है प्रबंधन : इधर सयंत्र के भीतर लगातार हो रहे हादसे के बाद प्रबंधन भी सकते में आ गया है. शुक्रवार को प्रबंधन ने दो अधिकारियों को घटना में दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया है. सस्पेंड हुए जीएम ए.राजकुमार, जीएम डीएसओ गौरव सिंघल की जगह नए अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. जो ईडी वर्क्स को दुर्घटनाओं की रिपोर्ट बनाकर सौपेंगे.
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एक हफ्ते में बड़ी घटनाएं : भिलाई इस्पात सयंत्र (Bhilai Steel Plant) में पिछले दस दिनों के भीतर चार बड़ी घटनाएं हुई हैं. सबसे पहले 1 जून को ब्लास्ट फर्नेश 7 में राहुल उपाध्याय की मौत हुई थी. वहीं इस घटना में परमेश्वर सीका घायल हुआ था. घटना के बाद डीजीएम केएसएनआर रमेश को प्रबंधन ने निलंबित कर दिया था. इसके बाद पिघला इस्पात गिरने से ठेका श्रमिक मानसिंग ठाकुर, गिरी कुमार और भूषण लाल घायल हुए थे. लगातार हो रहे घटनाओं के बावजूद भी सयंत्र प्रबंधन कोई सबक नही ले रहा है. यही कारण है कि इसका खामियाजा ठेका श्रमिकों को भुगतना पड़ रहा है.