धमतरीः धमतरी विन्धवासिनी वार्ड के प्रथामिक शाला में करीब 17 हजार बिजली बिल बकाया की वजह से विद्युत विभाग ने 23 दिसंबर को आपूर्ति कनेक्शन ही काट दिया है. बच्चे अंधेरे में एग्जाम देने के लिए विवश हैं.
सरकारी कार्यालयों में करोड़ो बिजली बिल बकाया
बिजली विभाग का कहना है कि छत्तीसगढ़ के सरकारी विभागों में बिजली बिल बकाया है. इन विभागों में करीब 50 करोड़ 51 लाख रुपये बिजली बिल बकाया है. बार-बार नोटिस के बाद भी यह राशि जमा नहीं किया जा रहा है. अब विभाग ने ऐसे विभागों में बिजली का कनेक्शन काटना ही शुरू कर दिया है.
अंधेरे में एग्जाम देने के लिए बच्चे मजबूर
विन्धवासिनी वार्ड के प्रथामिक शाला में 125 बच्चों का पंजीकरण है. कक्षा पहली से पांचवी तक की पढ़ाई होती है. इन दिनों इस स्कूल में मिड लाईन आकलन के तहत छमाही की परीक्षा हो रही है. बच्चे एक्जाम देने पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हे अंधेरे में ही परीक्षा देना पड़ रहा है. बिजली कट होने से स्कूल के टीचर सहित बच्चों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.
इधर, दो विभागों की लड़ाई में शैक्षणिक अव्यवस्थाओं से जूझ रहे बच्चों की समस्या पर राजनीतिक दलों में मानों भूचाल आ गया है. बीजेपी नेता ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं और जहां से उनका भविष्य बनना है, वहीं पर बिजली की आपूर्ति ठप है.