धमतरीः पंजाब में मुख्यमंत्री (Chief Minister in Punjab) बदले जाने के बीच प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singh dew) सोमवार से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. उनके इस दिल्ली प्रवास (Delhi stay) को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.
वहीं, विपक्ष (Opposition) भी लगातार घेर रही है. पूर्व कैबिनेट मंत्री (former cabinet minister) एवं कुरूद विधायक अजय चंद्राकर (Kurud MLA Ajay Chandrakar) ने प्रदेश के सरकार (state government) पर निशाना साधा है.
टीएस सिंहदेव के दिल्ली दौरे को लेकर बयानों का दौर जारी है. छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के लिए सरकार (Government for two and a half years) बनने और टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल के बीच फंसी मुख्यमंत्री कुर्सी की चर्चाएं कुछ इस कदर रफ्तार पकड़ने लगी हैं कि अब पूर्व कैबिनेट मंत्री और मौजूदा विधायक अजय चंद्राकर को सामने आना पड़ा है.
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा गठन के बाद से ही चर्चा थी कि दोनों नेताओं के बीच ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर समझौता हुआ था, लेकिन समझौते पर क्रियान्वयन करना नहीं, करना कांग्रेस के हाथ में है.
क्या पंजाब की तरह राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी हाे सकते हैं बदलाव!
सरकार की नेताओं के बयान में विरोधाभास
उन्होंने कहा कि कांग्रेस बार-बार इन बातों का खंडन करती है लेकिन उनके नेताओं के बयान अलग-अलग होते हैं जो विरोधाभास पैदा करता है . यही वजह है कि प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ रही है. इससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं. अजय चंद्राकर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रदेश में तीन चौथाई बहुमत पर कांग्रेस की सरकार है. फिर भी उन्हें हस्ताक्षर अभियान चलाने की जरूरत पड़ती है. इससे साफ जाहिर होता है कि कुछ तो है.