धमतरी : जिले में इस साल तकरीबन 98 हजार किसानों ने अपनी फसल का बीमा नहीं कराया है. जिले में तकरीबन 1 लाख 54 हजार पंजीकृत किसान हैं. कृषि विभाग के अधिकारियों पर किसानों के बीमा के लिए प्रेरित न करने का आरोप लग रहा है.
दरअसल, जिले में खरीफ की फसल के लिए 1 लाख 40 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान समेत अन्य फसलों की बुआई का लक्ष्य रखा गया है. जिले में कुल 1 लाख 54 हजार पंजीकृत किसान हैं. इनकी फसल के खराब होने की दशा में भरपाई के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की है. बीमा सहकारी ग्रामीण बैंकों के जरिए करवाया जाता है. कृषि विभाग के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने बीमा करवाने के लिए किसानों को सही स्तर पर प्रेरित नहीं किया और न ही बीमा कराने की तिथि का प्रचार किया गया. इसके चलते हजारों किसान फसल बीमा कराने से वंचित रह गए.
ऑनलाइन पंजीयन भी एक कारण
हजारों की संख्या में किसानों द्वारा बीमा न कराने का एक कारण ऑनलाइन तरीके से बीमा पंजीयन कराना भी है. सर्वर डाउन रहने, सॉफ्टवेयर की परेशानी और इंटरनेट की सुचारु व्यवस्था की कमी के कारण किसानों को बीमा पंजीयन कराने में दिक्कत हुई. बीमा कराने की अंतिम तारीख 31 जुलाई तय की गई थी.
चौंकाने वाले आंकड़े
फसल बीमा पंजीयन के लिए शासन ने 31 जुलाई अंतिम तारीख तय की थी. इसके बाद सामने आए आंकड़े चौकाने वाले हैं. जिले के तकरीबन 98 हजार किसानों ने बीमा नहीं कराया है. अधिकारियों का कहना है कि, 'कुछ किसानों ने राष्ट्रीय कृत बैंकों से भी बीमा कराया है. इसकी जानकारी अभी मांगी गई है'.