बिलासपुर: शहर के तारबाहर रेलवे फाटक में प्रमुख रेल लाइन के साथ एक बाईपास लाइन भी है. जिसमें से मालगाड़ियों का परिचालन किया जाता है। कुछ वर्षों पहले यहां रेल अंडरब्रिज की सौगात मिली थी. तब क्षेत्र के लोगों को उम्मीद जगी कि इसका उन्हें लाभ मिलेगा. लेकिन रेलवे के आधे अधूरे प्लानिंग ने लोगों की इस उम्मीद पर पानी फेर दिया. अंडरब्रिज तो बना लेकिन रेलवे ने इसे आधा ही (Tarbahar Rail Underbridge incomplete ) बनाया. जिसके कारण अंडरब्रिज पार करने के बाद भी बाईपास लाइन में लोगों को फाटक पार करने घंटों इंतजार करना पड़ता है.
मालगाड़ियों के कारण घंटों बंद रहता है फाटक : जिस तरह मालगाड़ियों का परिचालन बढ़ा है, फाटक घंटों बंद रहता है. ऐसे में लंबे ट्रेफिक के साथ लोगों को आवागमन में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है. सिरगिट्टी क्षेत्र के लोग इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. स्कूल, मेडिकल, ड्यूटी सहित अन्य एमरजेंसी की स्थिति में लोगों की परेशानी दोगुनी हो जाती है.यही नहीं कई बार लोग यहां हादसे के भी शिकार हो जाते हैं. इधर इस समस्या के बाद भी रेलवे बाईपास लाइन में आरओबी या फिर अंडरब्रिज के निर्माण को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है. जिससे क्षेत्र के लोगों की नाराजगी अब बढ़ते जा रही है. क्षेत्र के लोग लामबंद हो गए हैं और पिछले दिनों डीआरएम कार्यालय का घेराव भी किये (increased troubles of sirgitti people in Bilaspur) थे.
15 दिन में काम शुरू करने का वादा कर भुला रेलवे: क्षेत्र के लोगों ने अंडरब्रिज की मांग को लेकर 17 दिन पहले डीआरएम कार्यालय का घेराव किया था. सिरगिट्टी तारबाहर रेलवे लाइन के बीच बने अंडर ब्रिज के छूटे हिस्से को बनाने की मांग की थी और रेलवे ने इसके लिए वादा किया था. कि 15 दिन में काम शुरू कर दिया जाएगा. लेकिन रेलवे ने काम अब तक शुरू नही किया है.
फाटक पार करते समय ट्रेन की चपेट में 12 लोगों की गई थी जान: तारबाहर सिरगिट्टी के बीच रेलवे लाइन पार करते समय 2011 में 12 लोगों के ट्रेन की चपेट में आने से कटकर मौत हो गकी थी. तब आम जनता और परिजनों ने बहुत उत्पात मचाया था. इसके बाद आंदोलन और लंबे समय की मांग पर अंडरब्रिज बनाया गया था. रेलवे ने अंडरब्रिज निर्माण तो कराया लेकिन आधा अधूरा. अंडरब्रिज रेलवे लाइन के 25 प्रतिशत हिस्से को छोड़ दिया गया जिससे राहगीरों को अंडरब्रिज से निकलने के बाद भी दो रेल लाइन पार करना होता है. यहां लगी भीड़ कई बार बंद फाटक पार करती है. जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
दिनभर में 50 हजार लोगों का होता है आवागमन: सिरगिट्टी की ओर कोरमी, बसिया, धुमा, रलिया, समेत एक दर्जन गांव हैं. जिनका निस्तार या रोजगार शहर में होता है. यहां से उन्हें रोजाना दोनों समय सुबह शाम गुजरना पड़ता है. यहा हमेशा फाटक बंद होने की समस्या से उन्हें दो चार होना पड़ता है. यहां लगभग 12 गांवों के 50 हजार लोग रोजाना आवागमन करते हैं. रोज रोज की परेशानी से अब वे भी तंग हो चुके हैं. क्षेत्रवासियों का कहना है, रेलवे की गलत प्लानिंग के कारण आज ये स्थिति है. अधूरे अंडरब्रिज के निर्माण से उलटे लोगों की परेशानी दोगुनी हो गई है.bilaspur railway news