मुंगेली : छत्तीसगढ़ में आकांक्षी जिलों के कामकाज को परखने के नाम पर केंद्रीय मंत्रियों के छत्तीसगढ़ में हो रहे मैराथन दौरे (Visit of Union Ministers in Chhattisgarh) को लेकर सियासत गर्मायी है. प्रदेश के 10 आकांक्षी जिलों में केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा के लिए अलग-अलग जिलों में केंद्रीय मंत्रियों का दौरा हो रहा है. मंत्रियों के इस दौरे पर बिलासपुर सांसद अरुण साव ने केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा की जानकारी दी.
2023 के चुनाव को लेकर फोकस : छत्तीसगढ़ में लगातार हो रहे केंद्रीय मंत्रियों के दौरे को आगामी 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है. ऐसे में बीजेपी ने अपना पूरा फोकस छत्तीसगढ़ की ओर कर दिया है. यही वजह है कि केंद्रीय योजनाओं की जांच के नाम पर इतने बड़े पैमाने पर एक साथ केंद्रीय मंत्रियों का दौरा राज्य बनने के बाद पहली बार देखने को मिल रहा है. जिस तरह बस्तर को खास तौर पर फोकस किया जा रहा है, उससे साफ है कि बीजेपी बस्तर संभाग में अपने खोए जनाधार को एक बार फिर पाने की कोशिशों में लगी हुई दिखाई दे रही है.
ये भी पढ़ें- बिलासपुर सांसद अरुण साव ने 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म को राज्य में टैक्स फ्री करने की मांग की
प्रदेश के सांसदों ने की थी शिकायत : बिलासपुर सांसद के मुताबिक आकांक्षी जिलों को विकास की मुख्यधारा में लाने की योजना केंद्र की सरकार की है. यही वजह है कि केंद्रीय मंत्री खुद आकर केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं. आकांक्षी जिलों को केंद्र सरकार से विशेष फंडिंग की जा रही है. ऐसे में केंद्रीय मंत्रियों की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की दखल बढ़ सकती है.