बिलासपुर: शुक्रवार को फैमिली कोर्ट के जज के द्वारा एक वकील के साथ दुर्व्यवहार की बात सामने आ रही है. जज ने वकील को सिपाही से हाथ पकड़कर बाहर निकलवा दिया. इससे नाराज जिला अधिवक्ता संघ ने जज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वकीलों ने फैमिली कोर्ट के बाहर नारेबाजी करते हुए जमकर हल्ला किया। वकीलों ने जज से माफी मांगने की मांग करते हुए धरना-प्रदर्शन भी शुरू कर दिया था.Ruckus in Bilaspur Family Court
बिलासपुर फैमिली कोर्ट में वकीलों का हंगामा: बिलासपुर में सुनवाई के दौरान फैमिली कोर्ट में जज ने वकील को कोर्ट से बाहर निकलवा दिया. इस मामले को लेकर काफी बवाल भी हुआ. दरअसल पति-पत्नी के आपसी विवाद का मामला कोर्ट में चल रहा था. महिला की तरफ से वकील दाऊ चंद्रवंशी पैरवी करने के लिए खड़े थे. तलाक और भरण-पोषण के इस केस में कोर्ट के आदेश पर महिला को पति की ओर से भरण पोषण की राशि नहीं दी जा रही थी. शुक्रवार को उनकी पेशी थी. इस दौरान महिला के पति की तरफ से वकील ने समझौता करने के लिए प्रस्ताव रखा, और साथ ही कहा कि 6 लाख रुपए वह तत्काल ले ले. तब महिला और उनके वकील दाऊ चंद्रवंशी ने कहा कि छह लाख रुपए तो भरण पोषण का ही बकाया है. ऐसे में समझौता करने के लिए और अतिरिक्त रकम देना चाहिए.
इस दौरान दोनों पक्षों में सुलह नहीं होने पर फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रमाशंकर प्रसाद ने केस को दूसरे कोर्ट में ट्रांसफर करने की चेतावनी दी, साथ ही कहा कि तलाक के लिए पति और पत्नी के बीच समझौता नहीं बन पा रहा है. समझौता नहीं होने की सूरत में इस केस को दूसरे कोर्ट को भेजा जाएगा. जज के इस केस को दूसरे कोर्ट में ट्रांसफर करने पर अधिवक्ता दाऊ चंद्रवंशी ने उन्हें सुनवाई करने का आग्रह किया. इस बात से नाराज जज ने सिपाही को बुलवा लिया और वकील का हाथ पकड़कर कोर्ट से बाहर करा दिया. इस बात की जानकारी वकील चंद्रवंशी ने जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों को दी. जज के इस व्यवहार से भड़के वकील फैमिली कोर्ट पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे.Lawyers uproar in Bilaspur Family Court
जज के खिलाफ कार्रवाई की मांग:जिला अधिवक्ता संघ के जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर वाजपेयी ने इस मामले को लेकर कहा कि फैमिली कोर्ट के जज की इस हरकत से वकीलों को आघात पहुचा है. जज रमाशंकर प्रसाद के खिलाफ वो लगातार शिकायत कर रहे थे. वकीलों के साथ दुर्व्यवहार करना गंभीर मामला है. इसलिए अधिवक्तागण नाराज हो गए और विरोध-प्रदर्शन करने लगे. उन्होंने बताया कि इस मामले की शिकायत हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से की जाएगी और जज के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जाएगी.