गौरेला पेण्ड्रा मरवाही: आज जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने विद्युत् विभाग पेण्ड्रा के खिलाफ प्रदर्शन (protest against electricity department in pendra) किया है. जिले के पेण्ड्रारोड में स्थित विद्युत् विभाग पेण्ड्रा के प्रोजेक्ट डिवीजन को मुंगेली में शामिल करने पर विरोध किया गया है. लोगों ने स्थानीय प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है और तत्काल आदेश वापसी की मांग की है. उनकी मांग पूरी नहीं होने पर आने वाले दिनों में उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
क्या है पूरा मामला: पेण्ड्रा रोड में CSPDCL छत्तीसगढ़ द्वारा जारी आदेश का लोगों ने विरोध किया है. आदेश में विद्युत् विभाग पेण्ड्रा के प्रोजेक्ट डिवीजन को मुंगेली में शामिल करने के आदेश दिये गए थे. स्थानीय जनप्रतिनिधियों और लोगों को मामले की जानकारी होने पर गौरेला जनपद सभागार में बैठक हुई. चर्चा के दौरान पेण्ड्रा प्रोजेक्ट डिवीजन कार्यालय को यथावत रखे जाने की मांग उठी. लोगों ने कहा कि "मरवाही, गौरेला और पेण्ड्रा क्षेत्र आदिवासी एवं कृषक बहुल्य क्षेत्र है. अगर यह प्रोजेक्ट कार्यालय मुंगेली भेज दिया जाएगा, तो यहां के लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा."
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किसानों की बढ़ेगी परेशानी: नये विद्युत कार्य एवं नये पम्प कनेक्शन आदि अन्य कृषक कार्य स्वीकृत करवाने और स्वीकृत करवाने में परेशानी होगी. पेण्ड्रा प्रोजेक्ट डिवीजन ऑफिस को मुंगेली में शामिल करने पर किसानों के लिए परेशानी बढ़ जायेगी. लोगों का कहना है कि मुंगेली के लिए ट्रेन का रूट नहीं है. सड़क मार्ग से लगभग आना जाना 300 किमी की दूर पड़ेगा. जंगल पहाड़ का रास्ता है. आम लोगों एवं किसानों के लिये विद्युत विभाग से संबधित कोई भी कार्य मुंगेली जाकर करवाना कठिन होगा.
मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन: जनप्रतिनिधियों व लोगो की मांग है कि पेण्ड्रा डिवीजन को यथावत रखा जाए. अगर ऐसा नहीं होता तो 15 दिवस के बाद गौरेला पेण्ड्रा मरवाही के लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे. जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों के द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन दिया गया है. लोगों ने एसडीएम कार्यालय, विद्युत विभाग के कार्यालय और जिला कलेक्टर कार्यालय जाकर ज्ञापन दिया है.