बिलासपुर: धारा 420 यानी धोखाधड़ी के विचाराधीन आरोपी शिवकुमार सिंह ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप (Prisoner thrashed in Gaurela) लगाए हैं. करीब 15 दिन पहले जेल में उसकी पिटाई होने के बाद हाथ फ्रैक्चर हो गया है. विचाराधीन कैदी शिवप्रसाद ने बताया कि प्रहरी के पद पर पदस्थ फुलेश्वर साहू ने उसकी जमकर पिटाई की. प्लास्टिक के डंडे से हुई पिटाई के बाद हाथ फ्रैक्चर हो गया. 15 दिन बाद हाथ में लगातार दर्द होने पर कैदी शिवकुमार को जिला अस्पताल लाया गया.
कैदी सिम्स बिलासपुर रेफर: एक्स रे के बाद डॉक्टरों ने विचाराधीन कैदी को जिला अस्पताल से सिम्स बिलासपुर रेफर कर दिया है. चोट 15 दिन पुरानी है, जिसकी वजह से मामला गंभीर हो सकता है. हालांकि इस मामले में जेल प्रशासन से कोई भी जिम्मेदार अधिकारी अब तक सामने नहीं आया है. वहीं एक अन्य प्रहरी ने भी इस मामले में कुछ बोलने से इनकार कर दिया.
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विचाराधीन कैदी ने जेल प्रशासन पर कैदियों के साथ मारपीट का गंभीर आरोप भी लगाया है. कैदी का कहना है कि ''परिजनों से बात कराने, मुलाकात कराने का रेट जेल प्रशासन ने फिक्स कर रखा है. 5 मिनट फोन से बातचीत करने का ₹500, 10 मिनट का 1000, 15 मिनट का 1500 फिक्स है. जेल प्रशासन की बात ना मानने पर कैदियों की जमकर पिटाई होती है.''