बिलासपुर : पूरे देश में स्वच्छता मिशन की वाहवाही हो रही है. लेकिन अभी भी कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें ना तो स्वच्छता से मतलब है और ना ही किसी मिशन से. बिलासपुर में ऐसे ही एक महानुभाव हैं. जिससे आज हम आपका परिचय कराएंगे. इन महानुभाव को ना तो निगम से डर लगता है और ना ही स्वच्छता का संदेश (Challenge to cleanliness mission in Bilaspur)इनके कानों तक जाता है. शायद इन्होंने कसम खा रखी है कि हम नहीं सुधरेंगे. इससे पहले हम आपका इनसे परिचय कराएं.आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
सफाई अभियान को ठेंगा : पूरे देश के साथ ही बिलासपुर में स्वच्छता मिशन के तहत साफ सफाई कर नंबर बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. इसके अलावा सालाना करोड़ों रुपए बिलासपुर नगर निगम शहर को साफ रखने खर्च कर रही है. लेकिन कुछ लोग स्वच्छता पर पलीता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. बिलासपुर नगर निगम के वार्ड नंबर 41 विवेकानंद नगर में कुछ इस तरह का नजारा देखने को मिला जिससे यह बात सोचने पर मजबूर कर रही है कि कचरा फेंकने वाला व्यक्ति नगर निगम की स्वच्छता मिशन को चिढ़ा रहा है, और चैलेंज कर रहा है कि जो कर सकते हो मेरा कर लो. कुछ इसी तर्ज पर एक गन्ना जूस बेचने वाले कचरे का ढेर लगाया गया है.
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सड़क पर कचरे का अंबार : दरअसल मामला तोरवा पावर हाउस के सामने नगर निगम के सीवरेज पंपिंग स्टेशन के ठीक पीछे कचरे का अंबार लगाया गया है. यहां मुख्य मार्ग पर गन्ना रस दुकान संचालक छिलकों के कचरे को सड़क पर फेंक रहा है. इस मामले में आसपास के लोगों ने जब उसे मना किया तो वह अपना रसूखदार से पहचान बताकर धमकाने (Sugarcane juice operator domination in Bilaspur ) लगा. यही नहीं कचरा दोबारा उसी जगह फेंककर चला गया. हैरानी की बात ये है कि ये कचरा जहां डंप किया जा रहा है उसके ठीक पीछे स्वच्छता का संदेश लिखा है.