बिलासपुर : 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षाएं समाप्त हो गई. लेकिन नकल के मामले में बिलासपुर जिले ने अपना ही रिकार्ड तोड़ दिया है. इस वर्ष नकल प्रकरण में मात्र एक ही प्रकरण बनाया गया, यानी बिलासपुर में अब नकल करने वाले विद्यार्थी नहीं के बराबर हैं. इस नाते भी यह कहा जा सकता है कि अब छात्र समझ गए है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नही होता. माध्यमिक शिक्षा मंडल (Chhattisgarh Board of Secondary Education) परीक्षा 2 मार्च से चल रही थी. तखतपुर ब्लॉक के खजूरी स्थित निजी हायर सेकेंडरी स्कूल में 12वीं बोर्ड के बायो विषय की परीक्षा में 1 छात्र को नकल करते पकड़ा गया.
कैसे पकड़ा गया नकलची : जिले में माध्यमिक शिक्षा मंडल 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षा में एक नकल प्रकरण तखतपुर ब्लॉक के प्राइवेट हायर सेकेंडरी स्कूल खजुरी में सामने आया. जब औचक निरीक्षण में पहुंचे जिला स्तरीय उड़नदस्ता दल (District Level Flying Squad) ने छात्रों की तलाशी लेनी शुरु कि तो बायो पेपर दे रहा एक छात्र नकल सामग्री के साथ धरा गया. इसलिए उसके खिलाफ नकल प्रकरण बनाया गया. इसकी सूचना माध्यमिक शिक्षा मंडल के संभागीय कार्यालय को दी गई.जिसके बाद नकल का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया. इसके अलावा जिले में दूसरा नकल प्रकरण 10वीं या 12वीं बोर्ड की परीक्षा में नहीं बना .
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पहले नकल के मामले होते थे ज्यादा : कोरोना काल के दौरान ऑफलाइन परीक्षा नहीं होने की वजह से पिछले साल नकल के मामले सामने नहीं (No cases of copying)आए. इस बार परीक्षा ऑफलाइन आयोजित की गई थी, अन्य वर्षो के मुकाबले इस वर्ष नकल प्रकरण के मामले में काफी कमी आई है . जिले में मात्र एक ही नकल प्रकरण देखने को मिला. पिछले वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए जिले में इस बार नया रिकॉर्ड कायम किया है क्योंकि पिछले वर्षों में इससे अधिक नकल प्रकरण बनाए जाते थे. लेकिन इस बार मात्र एक ही नकल प्रकरण बना. वहीं दसवीं की परीक्षा में एक भी नकल का मामला सामने नहीं आया है.