मुंगेली : प्रदेश में धान खरीदी को लेकर सियासत थमने का नाम ही नहीं ले रही है. सीएम भूपेश बघेल की बुलाई बैठक में बीजेपी के सांसद नहीं पहुंचे थे, इसे लेकर नेताओं के बयानों का दौर शुरू हो गया था. इस जुबानी दंगल में बिलासपुर सांसद अरुण साव भी कूद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि सांसदों को लेकर बैठक की क्या जरूरत है. सरकार को सीधे धान खरीदना चाहिए.
एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री सांसदों को पत्र लिखकर संसद के शीतकालीन सत्र में राज्य से जुड़े अहम मुद्दों को उठाने की अपील कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के बीजेपी सांसद भूपेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं. सांसद अरुण साव ने लोरमी में दिए गए बयान में कहा कि प्रदेश सरकार ने गंगाजल लेकर कसम खायी थी कि वो किसानों का धान 2500 रुपए प्रति क्विंटल में खरीदेगी, अब उन्हें धान खरीदना चाहिए.
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बीते दिनों धान खरीदी को लेकर सीएम बघेल द्वारा बुलाई एक बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें बैठक के एजेंडे का जो पत्र मिला था वो धान खरीदी और अन्य समस्याओं के संबंध में था, लेकिन प्रदेश सरकार 2500 रुपए की दर पर धान खरीदने के वादे के साथ सत्ता में आयी है. अब सरकार को किसानों का धान खरीदना चाहिए. ऐसे में इन विषयों को लेकर बैठक की आवश्यकता ही नहीं है. इस वजह से बीजेपी के सांसदो ने सीएम की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था.