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धान खरीदीः सांसद अरुण साव ने बताया आखिर क्यों CM के साथ बैठक में नहीं हुए शामिल

सांसद अरुण साव ने सीएम के बैठक में नहीं जाने की वजह को लेकर बयान दिया है.

सांसद अरुण साव
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Published : Nov 15, 2019, 3:01 PM IST

Updated : Nov 15, 2019, 8:18 PM IST

मुंगेली : प्रदेश में धान खरीदी को लेकर सियासत थमने का नाम ही नहीं ले रही है. सीएम भूपेश बघेल की बुलाई बैठक में बीजेपी के सांसद नहीं पहुंचे थे, इसे लेकर नेताओं के बयानों का दौर शुरू हो गया था. इस जुबानी दंगल में बिलासपुर सांसद अरुण साव भी कूद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि सांसदों को लेकर बैठक की क्या जरूरत है. सरकार को सीधे धान खरीदना चाहिए.

सांसद अरुण साव ने बताया आखिर क्यों CM के साथ बैठक में नहीं हुए शामिल

एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री सांसदों को पत्र लिखकर संसद के शीतकालीन सत्र में राज्य से जुड़े अहम मुद्दों को उठाने की अपील कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के बीजेपी सांसद भूपेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं. सांसद अरुण साव ने लोरमी में दिए गए बयान में कहा कि प्रदेश सरकार ने गंगाजल लेकर कसम खायी थी कि वो किसानों का धान 2500 रुपए प्रति क्विंटल में खरीदेगी, अब उन्हें धान खरीदना चाहिए.

पढ़ें : राजधानी में व्यापारी से 26 लाख की लूट, गृहमंत्री ने दिया चौंकाने वाला बयान

बीते दिनों धान खरीदी को लेकर सीएम बघेल द्वारा बुलाई एक बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें बैठक के एजेंडे का जो पत्र मिला था वो धान खरीदी और अन्य समस्याओं के संबंध में था, लेकिन प्रदेश सरकार 2500 रुपए की दर पर धान खरीदने के वादे के साथ सत्ता में आयी है. अब सरकार को किसानों का धान खरीदना चाहिए. ऐसे में इन विषयों को लेकर बैठक की आवश्यकता ही नहीं है. इस वजह से बीजेपी के सांसदो ने सीएम की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था.

मुंगेली : प्रदेश में धान खरीदी को लेकर सियासत थमने का नाम ही नहीं ले रही है. सीएम भूपेश बघेल की बुलाई बैठक में बीजेपी के सांसद नहीं पहुंचे थे, इसे लेकर नेताओं के बयानों का दौर शुरू हो गया था. इस जुबानी दंगल में बिलासपुर सांसद अरुण साव भी कूद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि सांसदों को लेकर बैठक की क्या जरूरत है. सरकार को सीधे धान खरीदना चाहिए.

सांसद अरुण साव ने बताया आखिर क्यों CM के साथ बैठक में नहीं हुए शामिल

एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री सांसदों को पत्र लिखकर संसद के शीतकालीन सत्र में राज्य से जुड़े अहम मुद्दों को उठाने की अपील कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के बीजेपी सांसद भूपेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं. सांसद अरुण साव ने लोरमी में दिए गए बयान में कहा कि प्रदेश सरकार ने गंगाजल लेकर कसम खायी थी कि वो किसानों का धान 2500 रुपए प्रति क्विंटल में खरीदेगी, अब उन्हें धान खरीदना चाहिए.

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बीते दिनों धान खरीदी को लेकर सीएम बघेल द्वारा बुलाई एक बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें बैठक के एजेंडे का जो पत्र मिला था वो धान खरीदी और अन्य समस्याओं के संबंध में था, लेकिन प्रदेश सरकार 2500 रुपए की दर पर धान खरीदने के वादे के साथ सत्ता में आयी है. अब सरकार को किसानों का धान खरीदना चाहिए. ऐसे में इन विषयों को लेकर बैठक की आवश्यकता ही नहीं है. इस वजह से बीजेपी के सांसदो ने सीएम की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था.

Intro:मुंगेली: धान के कटोरे छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर गरमाई सियासत के बीच नेताओं के रोज नये-नये बयान सामनें आ रहे हैं। सत्ता और विपक्ष धान के मामले एक-दूसरे पर जुबानी हमला तेज किये हुए हैं। इस मामले पर अब बिलासपुर सांसद अरुण साव भी कूद पड़े है। अरुण नें छत्तीसगढ़ सरकार से चुनाव पूर्व किये गये वादे पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि गंगाजल लेकर कांग्रेसी 2500 रुपये प्रति क्विंटल में धान खरीदी करनें का कसम खाये थे। अब उसके लिए सांसदों को लेकर बैठक की क्या आवश्यकता है सरकार को सीधे धान खरीदना चाहिए। Body:छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर गरमायी सियासत कम होनें का नाम नही ले रही है। एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री सांसदों को पत्र लिखकर संसद के शीतकालीन सत्र में राज्य से जुड़े अहम मुद्दों को उठानें की अपील कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के बीजेपी सांसद प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं। बिलासपुर सांसद अरुण साव नें लोरमी में दिये गये अपनें बयान में कहा कि प्रदेश सरकार नें गंगाजल लेकर कसम खायी थी कि वो किसानों का धान 2500 रुपये प्रति क्विंटल में खरीदेगी। अब उन्हे धान खरीदना चाहिए। बिलासपुर सांसद अरुण साव नें बीते दिनों सीएम के द्वारा सांसदों के बुलाये गये बैठक का भी जिक्र किया गया। साव के मुताबिक उन्हे बैठक के एजेंडे का जो पत्र मिला था उसमें धान खरीदी एवं अन्य समस्याओं के संबंध में था। लेकिन प्रदेश सरकार जनता से गंगाजल हाथो में लेकर 2500 रुपये की दर पर धान खरीदनें के वादे के साथ सत्ता में आयी है। अब सरकार को किसानों का धान खरीदना चाहिए। ऐसे में इन विषयों को लेकर बैठक की आवश्यकता ही नही है। इन्ही वजहों से बीजेपी के सांसदो नें सीएम की बैठक में हिस्सा नही लिया था। सांसद अरुण साव नें प्रदेश सरकार पर सवाल उठाते कहा कि आज तक सरकार धान खरीदी की शुरु नही कर पायी है। Conclusion:गौरतलब है कि 2500 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए छत्तीसगढ़ सरकार लगातार केंद्रीय मंत्रियों से भी संपर्क साध रही है। गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात कर केंद्र से मदद को लेकर चर्चा भी कर चुके हैं। वहीं पुरे मामले पर बीजेपी के स्थानीय सांसद प्रदेश सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार किये हुए है। इसी कड़ी में आज बीजेपी प्रदेशभऱ में एकदिवसीय धरना प्रदर्शन भी कर रही है।
बाइट-1-अरुण साव (सांसद,बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र)

रिपोर्ट- शशांक दुबे,ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated : Nov 15, 2019, 8:18 PM IST
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