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बिलासपुर: कोरोना काल में सहयोग नहीं करने पर किया जाएगा लाइसेंस निरस्त

बिलासपुर में कोरोना संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सभी प्राइवेट अस्पतालों को कोविड अस्पताल के रुप में तैयार करने में जुट गया है. स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना काल में सहयोग नहीं करने वाले मेडिकल स्टाफ और अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किए जाने की चेतावनी दी है.

Covid-19 Hospital
कोविड-19 अस्पताल
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Published : Sep 4, 2020, 2:58 PM IST

बिलासपुर: जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से स्थिति चिंताजनक बनती जा रही है. वर्तमान में कोविड सेंटरों में 1,050 संक्रमित मरीजों का उपचार चल रहा है. जिले के तमाम कोविड-19 अस्पतालों के बेड पैक हो चुके हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के सामने सबसे बड़ी समस्या मरीजों को रखने की है.शहर के तमाम नर्सिंग होम और निजी अस्पतालों को कोविड सेंटर के तौर पर तैयार रखने के लिए जिला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है.

एडीएम बिलासपुर

पढ़ें- Special: 4 लाख की आबादी पर महज 99 वेंटिलेटर, कोरोना से कैसे लड़ेगा बिलासपुर ?

बिलासपुर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. एक ही दिन में 64 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. प्रदेश के सभी कोविड-19 अस्पतालों के बेड फुल होने लगे हैं. राजधानी रायपुर में संक्रमण तेजी से बढ़ने की वजह से पहले ही सभी अस्पताल के बेड फुल हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के सामने मरीजों को रखने की समस्या आ खड़ी हुई है. हालांकि कई मरीजों को गाइडलाइन के अनुसार होम आइसोलेट भी किया जा रहा है. बिलासपुर जिला प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए आईएमए के साथ मिलकर निजी अस्पतालों को संसाधन दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं.

कोरोनाकाल में ड्यूटी नहीं करने पर होगा लाइसेंस निरस्त

प्रारंभिक तैयारी में करीब 280 सर्व सुविधायुक्त बेड जल्द तैयार करने कहा गया है. दूसरी ओर जो डॉक्टर या मेडिकल स्टॉफ इस संकटकाल में घर में बैठे हैं या फिर प्राइवेट अस्पताल जो कोरोना काल के दौरान सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनके लाइसेंस निरस्त करने की भी सख्त चेतावनी दी गयी है. जिले में अब तक 2,307 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं, जिसमें 1,216 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं और 41 लोगों की मौत हो चुकी है.

बिलासपुर: जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से स्थिति चिंताजनक बनती जा रही है. वर्तमान में कोविड सेंटरों में 1,050 संक्रमित मरीजों का उपचार चल रहा है. जिले के तमाम कोविड-19 अस्पतालों के बेड पैक हो चुके हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के सामने सबसे बड़ी समस्या मरीजों को रखने की है.शहर के तमाम नर्सिंग होम और निजी अस्पतालों को कोविड सेंटर के तौर पर तैयार रखने के लिए जिला प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है.

एडीएम बिलासपुर

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बिलासपुर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. एक ही दिन में 64 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. प्रदेश के सभी कोविड-19 अस्पतालों के बेड फुल होने लगे हैं. राजधानी रायपुर में संक्रमण तेजी से बढ़ने की वजह से पहले ही सभी अस्पताल के बेड फुल हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के सामने मरीजों को रखने की समस्या आ खड़ी हुई है. हालांकि कई मरीजों को गाइडलाइन के अनुसार होम आइसोलेट भी किया जा रहा है. बिलासपुर जिला प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए आईएमए के साथ मिलकर निजी अस्पतालों को संसाधन दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं.

कोरोनाकाल में ड्यूटी नहीं करने पर होगा लाइसेंस निरस्त

प्रारंभिक तैयारी में करीब 280 सर्व सुविधायुक्त बेड जल्द तैयार करने कहा गया है. दूसरी ओर जो डॉक्टर या मेडिकल स्टॉफ इस संकटकाल में घर में बैठे हैं या फिर प्राइवेट अस्पताल जो कोरोना काल के दौरान सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनके लाइसेंस निरस्त करने की भी सख्त चेतावनी दी गयी है. जिले में अब तक 2,307 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं, जिसमें 1,216 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं और 41 लोगों की मौत हो चुकी है.

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