बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में इस साल मानसून ने तय तारीख के पहले की दस्तक दे दी है. इस बार जून में ही झमाझम बारिश शुरू हो गई थी. इस वजह से प्रदेश के आधे से ज्यादा बांध पूरी तरह से लबालब हैं. बिलासपुर का खूंटाघाट बांध भी भर चुका है, सोमवार से वेस्ट वेयर से पानी ओवरफ्लो होने लगा है. बांध को देखने पर्यटक खूंटाघाट पहुंचने लगे हैं.
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बिलासपुर अंचल के सबसे बड़े खूंटाघाट बांध का नजारा देखने पर्यटक पहुंचने लगे हैं. सोमवार को वेस्ट वेयर से झरने जैसा पानी बहने लगा. इस नजारे को देखने के लिए पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं. जुलाई महीने के शुरुआत से ही बांध 100 फीसदी तक भर गया है. खूंटाघाट बांध का पानी आसपास के तकरीबन 1.15 लाख एकड़ खेत में सिंचाई के लिए उपोयग किया जाता है. पिछले साल हुई बारिश की वजह से बांध में पहले से ही काफी पानी भरा हुआ था. इस साल लगातार हो रही बारिश की वजह से खारंग नदी में पर्याप्त पानी है, जिस वजह से सोमवार को ही बांध पूरी तरह भर गया है. इसके बाद वेस्ट वेयर से पानी ओवरफ्लो होना शुरू हो गया.
वेस्ट वेयर है जरूरी
बांध को सुरक्षित रखने के लिए वेस्ट वेयर का निर्माण किया जाता है. जब बांध में 100 फीसदी पानी भर जाता है तो अतिरिक्त पानी इस वेस्ट वेयर के जरिेए अन्य नहर से बहने लगता है. बांध से पानी जब नहर में गिरता है तो ये एक झरने जैसा दिखाई देता है.ये नजारा पर्यटकों को आर्कषित करता है. हर साल आसपास के लोगों को बांद के वेस्ट वेयर के शुरू होने का इंतजार होता है. आमतौर पर वेस्ट वेयर से पानी का रिसाव अगस्त महीने में शुरू होता है.
सिंचाई विभाग के लिए अच्छी खबर
करीब 192.32 मिलियन घन मीटर क्षमता वाले इस बांध में रविवार को ही 100 फीसदी जलभराव हो चुका है.खारंग सिंचाई विभाग के लिए ये अच्छी खबर है. इस साल बांध में पर्याप्त पानी होने से वे टेल एरिया तक हर किसान तक पानी पहुंचा पाएंगे.