ETV Bharat / city

बिलासपुर में वंदना अस्पताल के पार्टनरशिप विवाद में मकान मालिक की पिटाई - Vandana Hospital of Bilaspur

Controversy of Vandana Hospital operators of Bilaspur: वंदना हॉस्पिटल को खाली कराने को लेकर भवन मालिक और हॉस्पिटल संचालकों के बीच का विवाद अब थाने पहुंच गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

Dispute to vacate Vandana Hospital bilaspur
बिलासपुर के वंदना अस्पताल को खाली करने का विवाद
author img

By

Published : Jan 20, 2022, 3:54 PM IST

Updated : Jan 20, 2022, 4:04 PM IST

बिलासपुर: मंगला चौक के वंदना हॉस्पिटल को खाली कराने को लेकर भवन मालिक और हॉस्पिटल संचालकों के बीच हुए विवाद (Controversy over vacating Vandana Hospital in Bilaspur ) में गुरुवार को कुछ युवकों ने मकान मालिक से मारपीट कर दी. पिटाई में भवन मालिक को मामूली चोटें आई है. भवन मालिक ने मारपीट की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है. पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है.

बिलासपुर के वंदना अस्पताल को खाली करने का विवाद

मामला वंदना हॉस्पिटल संचालकों के बीच चल रहे विवाद (Controversy of Vandana Hospital operators of Bilaspur) की वजह से उपजा है. वंदना हॉस्पिटल को 3 डॉक्टर पार्टनरशिप में चला रहे हैं. जिसमें डॉक्टर संतोष, डॉक्टर विजय कुर्रे, डॉक्टर चंद्रशेखर उइके पार्टनर है. डॉक्टर विजय कुर्रे, डॉक्टर संतोष का विवाद अपने पार्टनर डॉक्टर चंद्रशेखर उइके से हो गया है. तीनों की पार्टनरशिप टूट गई है. पार्टनर शिप टूटने के बाद भवन मालिक संजय जैन ने डॉक्टर संतोष और डॉक्टर विजय कुर्रे से नया एग्रीमेंट करने कहा तो उन्होंने अभी एग्रीमेंट करने से मना कर दिया. इस पर भवन मालिक संजय जैन ने हॉस्पिटल में ताला लगा दिया. इस दौरान हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में ताला ना लगाने की अपील भी की.

बलरामपुर में जातिगत गाली गलौज और मारपीट पड़ी भारी, पहुंचे जेल

हॉस्पिटल संचालकों का विवाद

पार्टनरशिप से अलग हुए डॉक्टर चंद्रशेखर का कहना है कि 'अस्पताल पार्टनरशिप में चल रहा था. जिसमें वे खुद भी शामिल है. मकान मालिक ने 90 दिन पहले उन्हें मकान खाली करने की सूचना दी. इस बीच दो डॉक्टर संतोष, डॉक्टर विजय कुर्रे भवन में कब्जा करने के उद्देश्य से मकान मालिक से विवाद किया. किराए के गुंडे बुलाकर मकान मालिक से मारपीट की. उनके सोने की चैन और अंगूठी भी छीन ली.

डॉक्टर चंद्रशेखर ने भी आरोप लगाया कि 'कुछ युवकों ने उनके साथ भी मारपीट की. जान से मारने की धमकी देने के साथ उनके दूसरे अस्पताल में तोड़फोड़ की धमकी भी दी.

' ताला लगवाने और खुलवाने का अधिकार पुलिस को नहीं'

इस मामले में सिविल लाइन टीआई सनिप रात्रे ने बताया कि 'दोनों पक्षों से शिकायत मिली है. मारपीट और हॉस्पिटल में लगाए गए ताले के मामले में जांच की जा रही है. ताला लगवाने और खुलवाने का अधिकार पुलिस को नहीं है.

बिलासपुर: मंगला चौक के वंदना हॉस्पिटल को खाली कराने को लेकर भवन मालिक और हॉस्पिटल संचालकों के बीच हुए विवाद (Controversy over vacating Vandana Hospital in Bilaspur ) में गुरुवार को कुछ युवकों ने मकान मालिक से मारपीट कर दी. पिटाई में भवन मालिक को मामूली चोटें आई है. भवन मालिक ने मारपीट की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है. पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है.

बिलासपुर के वंदना अस्पताल को खाली करने का विवाद

मामला वंदना हॉस्पिटल संचालकों के बीच चल रहे विवाद (Controversy of Vandana Hospital operators of Bilaspur) की वजह से उपजा है. वंदना हॉस्पिटल को 3 डॉक्टर पार्टनरशिप में चला रहे हैं. जिसमें डॉक्टर संतोष, डॉक्टर विजय कुर्रे, डॉक्टर चंद्रशेखर उइके पार्टनर है. डॉक्टर विजय कुर्रे, डॉक्टर संतोष का विवाद अपने पार्टनर डॉक्टर चंद्रशेखर उइके से हो गया है. तीनों की पार्टनरशिप टूट गई है. पार्टनर शिप टूटने के बाद भवन मालिक संजय जैन ने डॉक्टर संतोष और डॉक्टर विजय कुर्रे से नया एग्रीमेंट करने कहा तो उन्होंने अभी एग्रीमेंट करने से मना कर दिया. इस पर भवन मालिक संजय जैन ने हॉस्पिटल में ताला लगा दिया. इस दौरान हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में ताला ना लगाने की अपील भी की.

बलरामपुर में जातिगत गाली गलौज और मारपीट पड़ी भारी, पहुंचे जेल

हॉस्पिटल संचालकों का विवाद

पार्टनरशिप से अलग हुए डॉक्टर चंद्रशेखर का कहना है कि 'अस्पताल पार्टनरशिप में चल रहा था. जिसमें वे खुद भी शामिल है. मकान मालिक ने 90 दिन पहले उन्हें मकान खाली करने की सूचना दी. इस बीच दो डॉक्टर संतोष, डॉक्टर विजय कुर्रे भवन में कब्जा करने के उद्देश्य से मकान मालिक से विवाद किया. किराए के गुंडे बुलाकर मकान मालिक से मारपीट की. उनके सोने की चैन और अंगूठी भी छीन ली.

डॉक्टर चंद्रशेखर ने भी आरोप लगाया कि 'कुछ युवकों ने उनके साथ भी मारपीट की. जान से मारने की धमकी देने के साथ उनके दूसरे अस्पताल में तोड़फोड़ की धमकी भी दी.

' ताला लगवाने और खुलवाने का अधिकार पुलिस को नहीं'

इस मामले में सिविल लाइन टीआई सनिप रात्रे ने बताया कि 'दोनों पक्षों से शिकायत मिली है. मारपीट और हॉस्पिटल में लगाए गए ताले के मामले में जांच की जा रही है. ताला लगवाने और खुलवाने का अधिकार पुलिस को नहीं है.

Last Updated : Jan 20, 2022, 4:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.