बिलासपुर: मंगला चौक के वंदना हॉस्पिटल को खाली कराने को लेकर भवन मालिक और हॉस्पिटल संचालकों के बीच हुए विवाद (Controversy over vacating Vandana Hospital in Bilaspur ) में गुरुवार को कुछ युवकों ने मकान मालिक से मारपीट कर दी. पिटाई में भवन मालिक को मामूली चोटें आई है. भवन मालिक ने मारपीट की शिकायत सिविल लाइन थाने में की है. पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है.
मामला वंदना हॉस्पिटल संचालकों के बीच चल रहे विवाद (Controversy of Vandana Hospital operators of Bilaspur) की वजह से उपजा है. वंदना हॉस्पिटल को 3 डॉक्टर पार्टनरशिप में चला रहे हैं. जिसमें डॉक्टर संतोष, डॉक्टर विजय कुर्रे, डॉक्टर चंद्रशेखर उइके पार्टनर है. डॉक्टर विजय कुर्रे, डॉक्टर संतोष का विवाद अपने पार्टनर डॉक्टर चंद्रशेखर उइके से हो गया है. तीनों की पार्टनरशिप टूट गई है. पार्टनर शिप टूटने के बाद भवन मालिक संजय जैन ने डॉक्टर संतोष और डॉक्टर विजय कुर्रे से नया एग्रीमेंट करने कहा तो उन्होंने अभी एग्रीमेंट करने से मना कर दिया. इस पर भवन मालिक संजय जैन ने हॉस्पिटल में ताला लगा दिया. इस दौरान हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में ताला ना लगाने की अपील भी की.
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हॉस्पिटल संचालकों का विवाद
पार्टनरशिप से अलग हुए डॉक्टर चंद्रशेखर का कहना है कि 'अस्पताल पार्टनरशिप में चल रहा था. जिसमें वे खुद भी शामिल है. मकान मालिक ने 90 दिन पहले उन्हें मकान खाली करने की सूचना दी. इस बीच दो डॉक्टर संतोष, डॉक्टर विजय कुर्रे भवन में कब्जा करने के उद्देश्य से मकान मालिक से विवाद किया. किराए के गुंडे बुलाकर मकान मालिक से मारपीट की. उनके सोने की चैन और अंगूठी भी छीन ली.
डॉक्टर चंद्रशेखर ने भी आरोप लगाया कि 'कुछ युवकों ने उनके साथ भी मारपीट की. जान से मारने की धमकी देने के साथ उनके दूसरे अस्पताल में तोड़फोड़ की धमकी भी दी.
' ताला लगवाने और खुलवाने का अधिकार पुलिस को नहीं'
इस मामले में सिविल लाइन टीआई सनिप रात्रे ने बताया कि 'दोनों पक्षों से शिकायत मिली है. मारपीट और हॉस्पिटल में लगाए गए ताले के मामले में जांच की जा रही है. ताला लगवाने और खुलवाने का अधिकार पुलिस को नहीं है.