बिलासपुर : बिलासपुर 3 दिन पहले शुक्रवार को नर्मदा एक्सप्रेस (bilaspur railway station) को बिलासपुर स्टेशन में 2 घंटे तक रोक दिया गया था. ट्रेन रुकने का कोई ठोस कारण नही होने की जानकारी दी जा रही थी. लेकिन अब मामला खुल गया है. ट्रेन रोके जाने को लेकर एसईसीआर बिलासपुर जोन के जीएम ने बिलासपुर डीआरएम से पूरी रिपोर्ट मांगी (Investigation report bought on stopping Narmada Express)है. जानकारी के अनुसार ट्रेन स्पेशल सलून अटैच कराने के लिए रोकने की बात सामने आ रही है.बिलासपुर जोन स्टेशन में नर्मदा एक्सप्रेस को शुक्रवार को बिना वजह दो घंटे तक रोक दिया गया था. ट्रेन के रुकने से यात्रियों को काफी परेशानियां हुई और उमस भरी गर्मी में हलाकान होते रहे.
क्यों रोकी गई थी ट्रेन : ट्रेन रोकने का कारण यात्री स्टेशन में मौजूद रेल कर्मियों से पूछते रहे, लेकिन कोई ठोस कारण किसी को मालूम ही नही था. नर्मदा एक्सप्रेस को दो घंटे तक रोकने की जांच की गई तो पता चला कि दक्षिण पूर्व रेलवे जोन गार्डन रिच के पीसीएमई प्रकाश कुमार मंडल गुरुवार रात हावड़ा-हापा शालीमार एक्सप्रेस (Howrah Hapa Shalimar Express)से भोपाल जाने के लिए निकले थे. उनके स्पेशल कोच सैलून को हावड़ा हापा एक्सप्रेस से अटैच किया गया था, यह ट्रेन बिलासपुर से नागपुर की ओर जाती है. इसलिए पीसीएमई के सैलून को भोपाल तक ले जाने के लिए बिलासपुर में नर्मदा एक्सप्रेस (Narmada Express in Bilaspur) से अटैच करना था.लेकिन शालीमार एक्सप्रेस 6 घंटे देरी से बिलासपुर पहुंची.
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शालीमार लेट तो नर्मदा को रोका : यही कारण है कि नर्मदा एक्सप्रेस को दो घंटे तक रोक कर सैलून को अटैच किया गया. हावड़ा हापा ट्रेन सुबह 7:40 बजे आती है और नर्मदा एक्सप्रेस 11:40 बजे बिलासपुर (bilaspur news ) से रवाना होती . शुक्रवार को शालीमार देरी से बिलासपुर पहुंची. इसलिए ट्रेन के लेट होने की वजह से उसे रोक दिया गया था. ट्रेन को रोकने की जानकारी डिवीजन ऑपरेटिंग विभाग ने जोन मैकेनिकल विभाग के साथ ही अफसरों को भी नहीं दी थी. ऐसे में ऑपरेटिंग विभाग की मनमानी सामने आई है, इधर रेल अफसर के सैलून (स्पेशल कोच) के नाम से ट्रेन को रोकने की जानकारी सामने आने के बाद जोनमहाप्रबंधक ने बिलासपुर डीआरएम को जांच कर रिपोर्ट कर मांगी है.