बिलासपुर : जांजगीर के बोरवेल से रेस्क्यू कर निकाले गए राहुल साहू (Rahul Sahu of Janjgir Champa) का अपोलो अस्पताल (Apollo Hospital Bilaspur) ने मेडिकल बुलेटिन जारी किया. राहुल का इलाज कर रहे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुशील कुमार (Pediatrician Dr Sushil Kumar) ने कहा कि ''राहुल का ब्लड कल्चर रिपोर्ट आ गया है, जिसमें बैक्टीरिया का पता चल गया है. बैक्टीरिया राहुल के लिवर और मसल्स में असर कर रहा था और खून में भी संक्रमण पहले से था. राहुल पहले से बेहतर है. लेकिन नॉर्मल नहीं कहा जा सकता है. खतरा पूरी तरह टला नहीं है, लेकिन पहले से बेहतर है. राहुल को आईसीयू से वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है, और बुखार भी नहीं आ रहा है.''
राहुल को क्या था खतरा : जांजगीर चांपा के बोरवेल से निकाले गए राहुल का इलाज अपोलो अस्पताल में चल रहा है. यहां सीनियर डॉक्टरों की टीम ने राहुल के इलाज के दौरान पाया कि उसे इंफेक्शन ज्यादा हो गया है. इसकी वजह से ही उसे बुखार आ रहा (Bacterial infection in Rahul body) था. राहुल के ब्लड कल्चर रिपोर्ट में बैक्टीरिया की जानकारी मिली है. राहुल के ब्लड में कितना बैक्टीरिया है और कितना खतरनाक है, इसकी जानकारी भी डॉक्टरों को मिली है. जिसकी दवा चल रही है.
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कैसे हो रहा है इलाज : बैक्टीरिया के इलाज के लिए डॉक्टर एंटी बायोटिक दवाइयां दे रहे हैं. सीनियर डॉक्टर सुशील कुमार ने बताया ''राहुल की स्थिति पहले से काफी बेहतर है. उसे अब आईसीयू की जरूरत नहीं है. इसीलिए राहुल को वार्ड में शिफ्ट किया (Rahul will be shifted to the ward) जाएगा. राहुल को पहले दिन से ही ऑक्सीजन या वेंटीलेटर की आवश्यकता नहीं थी. यही कारण है कि राहुल का इलाज बेहतर ढंग से होने की वजह से वह रिकवरी जल्दी कर रहा है. डॉक्टर 7 दिन बाद एक बार फिर उसके कल्चर की जांच करेंगे. इसके बाद राहुल... खतरे से बाहर है या नहीं... इसकी भी जानकारी लग जाएगी. डॉक्टरों की टीम ने आश्वस्त किया है कि राहुल जल्द ही स्वस्थ हो जाएगा. वह पहले जैसे नॉर्मल (Bilaspur Apollo released Rahul medical bulletin ) रहेगा.''
राहुल साहू बोरवेल में कैसे गिरा: पिहरीद गांव का राहुल अपने घर के पीछे खेलते समय शुक्रवार दोपहर को बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था. जैसे ही जिला प्रशासन को इस घटना की सूचना मिली शुक्रवार शाम 5 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की अगुवाई में जिला प्रशासन की टीम पिहरीद गांव में पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत की गई.
इन मशीनों का किया गया इस्तेमाल: जांजगीर के पिहरीद गांव में बोरवेल से निकालने में एक स्टोन ब्रेकर, 3 पोकलेन, 3 जेसीबी, 3 हाइवा, 10 ट्रैक्टर, 3 वाटर टैंकर, 2 डीजल टैंकर, 1 हाइड्रा, 1 फायर ब्रिगेड, 1 ट्रांसपोर्टिंग ट्रेलर, तीन पिकअप, 1 होरिजेंटल ट्रंक मेकर, ड्रिल मशीन, रोबोट मशीन और 2 जेनरेटर का उपयोग किया गया. मौके पर एंबुलेंस को भी तैनात कर रखा गया था.