गौरेला पेण्ड्रा मरवाहीः जिले के गौरेला विकासखंड में रहने वाले एक दिव्यांग युवक ने जिले में पदस्थ उप संचालक समाज कल्याण विभाग अरविंद गेडाम पर दिव्यांग विवाह योजना की सहायता राशि से रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. पीड़ित ने योजना के तहत मिलने वाले प्रोत्साहित राशि 50000 मे से 30000 रुपये में रिश्वत में मांगने की शिकायत डीएम से की है. पीड़ित ने संबंधित अधिकारी का मामले में ऑडियो रिकॉर्डिंग कलेक्टर को दिया है.
गौरेला के देवरगांव में रहने वाले दोनों हाथों से 60 प्रतिशत दिव्यांग गेंदलाल गोड़ ने DM के यहां शिकायत की है. कहा है कि समाज कल्याण विभाग कार्यालय में उप संचालक के पद पर पदस्थ अरविंद गेडाम ने दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन राशि के एवज में कमीशन की मांग की. गेंदलाल गोंड ने DM से कहा कि पिछले दिनों गांव का दिव्यांग मितान रामप्रताप ने विवाह के बाद शासन के द्वारा मिलने वाले प्रोत्साहित राशि से अवगत कराया. उसने फार्म भरवाया.
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विभाग पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप
पीड़ित दिव्यांग ने DM से बताया कि तीन दिसंबर 2021 को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर मुझे 50000 पचास हजार रुपये का चेक जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने दी. चेक को अपने बैंक खाते में जमा किया. दिव्यांग मितान रामप्रताप ने मुझसे संपर्क किया. कहा कि 50000 पचास हजार रुपए के उपरोक्त चेक से उप संचालक अरविंद गेडाम को 25000 और 5000 हजार खुद राम प्रताप को देना होगा. इसके बाद पीड़ित के खाते में प्रोत्साहन की राशि आ गई.
दिव्यांग मितान राम प्रताप लगातार पैसों को लेकर दबाव बनाता रहा. इसके बाद दिव्यांग ने मामले की पूरी शिकायत DM के यहां करते हुए इसकी एक रिकॉर्डिंग भी सौंपा है. उसने समाज कल्याण विभाग में फैले भ्रष्टाचार से पर्दा उठाते हुए कहा कि विकलांग विवाह प्रोत्साहन फार्म भरवाकर अधिकारियों की मिली भगत में लाखों का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. मंगल सिंह, महादेव विकलांग देवरगाव, सेवासिंह, अमरसिंह विकलांग देवरगांव आदि के नाम पर फर्जी करीके से राशि पास करवाया गया. हितग्राहियों से 25-25 हजार रुपए लिए गए.