सरगुजाः घनघोर वनों से घिरा सरगुजा संभाग अपने तापमान के लिये जाना जाता है. यहां ठंड अधिक पड़ती है. सर्दी के मौसम में कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान (Temperature) 1 डिग्री सेल्सियस या उससे कम भी हो जाता है. ऐसे में तेज ठंड से बचने के लिए लोग हीटर (heater) का उपयोग करते हैं. हमने इस विषय पर चिकित्सक से बात की और जाना की हीटर के उपयोग से मानव शरीर पर क्या नुकसान पड़ सकता है. अगर आप भी हीटर जलाते हैं तो यह खबर जरूर पढ़ें.
चिकित्सक ने बताया कि हीटर का ज्यादा इस्तेमाल से आपको कई बड़ी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है. आपको सांस लेने में दिक्कतें आ सकती हैं और आप माइल्ड हाइपोक्सिया (mild hypoxia) के शिकार हो सकते हैं. डॉ अमीन फिरदौसी ने कहा कि हीटर का उपयोग कम से कम करना चाहिये. यह नुकसानदायक साबित हो सकता है. रूम हीटर जिस जगह पर जलता है वहां पर ऑक्सीजन की कमी होती है. कमरे में ऑक्सीजन की कमी से लोगों में उल्टी, चक्कर, हीटर इस्तेमाल से स्किन में ड्राइनेस जैसी समस्या आती है.
Chhattisgarh Weather Report: नये साल में दस्तक देगी कड़ाके की ठंड, सरगुजा संभाग में कोहरे की संभावना
करनी पड़ सकती है कई समस्याएं फेस
डॉ अमीन फिरदौसी ने कहा कि ज्यादा देर तक हीटर के पास बैठने पर दूसरी समस्याएं भी फेस करनी पड़ सकती हैं. डॉक्टर अमीन ने सलाह दी है कि आप जहां रहते हैं वहां वेंटिलेशन जरूरी है. ताकि कमरे में ऑक्सीजन का फ्लो बना रहे, वरना बिना वेंटिलेशन के ऑक्सीजन सिर्फ कम होती गई तो दिक्कत हो सकती है. मेडिकल साइंस की भाषा में इसे माइल्ड हाइपोक्सिया कहते हैं. हाइपोक्सिया का मतलब होता है बॉडी में ऑक्सीजन की कमी हो जाना.
आपका ब्रेन ट्रिगर महसूस करेगा, आपको हल्की सी मतली आएगी, हल्का सा चक्कर महसूस होगा. सबकुछ अच्छा नहीं लगेगा. हीटर के इस्तेमाल से शरीर में सुस्ती भी महसूस हो सकती है. हीटर इस्तेमाल से स्किन पर बुरा प्रभाव पड़ता है. हीटर का ज्याता इस्तेमाल से शरीर में खून की कमी भी हो सकती है.