सरगुजा :फिजियोथेरेपी एक चिकित्सा उपचार है जो चोट की रोकथाम, पुनर्वास, समग्र फिटनेस और स्थायी चिकित्सा का एक संयोजन (serious diseases treatment in physiotherapy)है. फिजियो ज्यादातर अंगों की गतिविधियों पर केंद्रित होता है. किसी अंग को विकलांगता की अवस्था से कैसे निकाला जाय या उसका कम काम करने वाला अंग कैसे फिर से ठीक से काम करने लगे.इस बात को लेकर फिजियोथेरेपी की जाती है.रोगियों को अधिकतम शक्ति (किसी भी आगे की चोट से पहले) को बहाल करने में इस चिकित्सा पद्धति में मदद मिलती है.
क्यों जरुरी होती है फिजियोथेरेपी : फिजियोथेरेपी दिवस पर हम आपको इलाज की इस पद्धति की खासियत बताने जा रहे (physiotherapy day 2022 ) हैं. फिजियोथेरेपी एक बड़ी चिकित्सा पद्धति है. जिससे कई गंभीर बीमारियों को ठीक किया जा सकता है. समय रहते अगर बेहतर थेरेपी ली जाए तो ऑपरेशन या दवाई खाने की नौबत ही नही आती. हमने इस विषय पर बात की फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. वंश कीर्ति से. डॉ. वंश कीर्ति बताती हैं " अपने पास बहुत सारे केस ऐसे आते हैं. जिनमें फिजियोथेरेपी की मदद से ऑपरेशन और सर्जरी करने बचा जा सकता है.जैसे अर्थाराइटिस है. आजकल मोस्ट कॉमन प्रॉब्लम है स्लिपडिस्क, बैकपेन, जिससे आगे जाकर बहुत सारी जटिलताएं हो जाती हैं. इसमे बहुत कारगर मदद होती है"
किन बीमारियों का होता है इलाज : डॉ कीर्ति के मुताबिक "इसके आलावा पीडियाट्रिक केस में भी देखें तो जैसे डिलेट माइल स्टोन है. उन बच्चों का अगर सही समय पर इलाज हो जाए. तो वो शरीरिक दिव्यांगता से बच सकते हैं. ओल्ड एज में देखा जाए तो बहोत सारी प्रॉब्लम हो सकती हैं. अर्थराइटिस की प्रॉब्लम है या गिडियाट्रिक बहोत सारी दिक्कतें होती हैं. तो फिजियोथेरेपी के द्वारा उनका सही समय पर इलाज करने से उनको सर्जरी से या सर्जरी की कॉम्प्लिकेशन से बचाया जा सकता है."
गंभीर बीमारियों का इलाज संभव : फिजियोथेरेपी के विषय में डॉक्टर ने बताया कि इतनी गंभीर बीमारियों का इलाज समय से पहले ही किया जा सकता है. बाद में बीमारी के दुष्प्रभाव ऑपरेशन से बचा जा सकता है. फिजियोथेरेपी को अब भी लोग मुख्य चिकित्सा नही समझते हैं. बीमारी होने पर सीधे, जांच दवाइयां और ऑपरेशन की ओर जाते हैं. जबकि बेहद आसान पद्धति के जरिये भी इन बीमारियों को ठीक किया जा सकता है.
खिलाड़ियों के लिए है कारगर : आम तौर पर फिजियोथेरेपी का इस्तेमाल खिलाड़ियों के इलाज में देखा जाता है. खिलाड़ियों के लिये बहोत सारे ड्रग प्रतिबंधित होते हैं.इसलिए उन्हें फिजियोथेरेपी के माध्यम से ठीक किया जाता है. लेकिन फिजियोथेरेपी एक ऑप्शनल थेरेपी नही बल्कि इलाज की मुख्य पद्धति भी है. जिससे कई गंभीर बीमारियों का इलाज सम्भव है.