सरगुजा : गर्मी के मौसम में हमारा खानपान हमारी सेहत को प्रभावित करता है. गर्मी के मौसम में भारी खाना खाने से अपच की समस्या हो जाती है. वहीं कम खाना खाने से लू लगने का खतरा मंडराने लगता (Sattu protects from heatstroke) है. इसी चीज का तोड़ है सत्तू. जिसकी बिक्री इन दिनों सरगुजा में खूब हो रही है. चने और जौ को मिलाकर बनने वाला सत्तू किफायती होता है. गर्मी के समय में कई रोगों से बचाता भी है. अंबिकापुर के बाजार में सत्तू बेचने वाले इसे और भी जायकेदार बनाकर लोगों को परोस रहे हैं.
सत्तू के सेवन से गर्मी छू मंतर : अंबिकापुर के बाजारों में सत्तू बेचने वालों के ठेले गर्मी के दिनों में आसानी से दिखाई देने लगते हैं. सत्तू पौष्टिक होता है. पेट के साथ-साथ शरीर को भी ठंडक प्रदान करता है. इन दिनों अंबिकापुर में सत्तू का शरबत खासा चलन में है. इसमें जीरा, नमक, पुदीना, नींबू और मिर्च डालकर शर्बत बनता है. यह शर्बत काफी जायकेदार होता है. बाजार में सत्तू का एक गिलास 20 रुपए में मिल रहा है. यह गर्मी और सेहत के हिसाब से काफी अच्छा है. सत्तू बेचने वालों और पीने वालों के मुताबिक गर्मी से बचने के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं.
ये भी पढ़ें-महुए की शराब ही नहीं अब बन रही है कुकीज, जानिये कितनी स्वास्थ्यवर्धक है ये
डाइट में भी करें शामिल : डायटीशियन के मुताबिक सत्तू के अंदर काफी गुण होते (benefits of sattu ) हैं. अगर 100 ग्राम सत्तू लिया जाए तो उसमें 413 मिलीग्राम कैलोरी, 64 मिलीग्राम कार्बोहाइड्रेट, 25 मिलीग्राम प्रोटीन, 18 मिलीग्राम फाइबर और केवल 5 मिली ग्राम फैट होता है. यह हमारी मांसपेशियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. गर्मियों के लिए सत्तू रामबाण होता है. सत्तू का घोल बनाकर पीने से लू लगने की संभावना कम हो जाती है. इंजरी पेशेंट को सत्तू देने से वो बहुत जल्दी ठीक हो जाते हैं. किडनी और स्टोन के मरीजों को सत्तू के सेवन से बचना चाहिए.