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यूनिवर्सिटी लाखों विद्यार्थियों का भविष्य कर रहा चौपट !

संत गहिरागुरू विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण कई छात्रों का भविष्य चौपट होने जा रहा (Negligence of Sant Gahiraguru University) है. कुलसचिव की कुर्सी की लड़ाई में अब तक 80 कॉलेजों का परीक्षा परिणाम जारी नहीं हो सका है.

Negligence of Sant Gahiraguru University
यूनिवर्सिटी लाखों विद्यार्थियों का भविष्य कर रहा चौपट
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Published : Jul 12, 2022, 7:01 PM IST

सरगुजा : संत गहिरागुरू विश्वविद्यालय पर लापरवाही के आरोप लग रहे (Negligence of Sant Gahiraguru University) हैं. लापरवाही भी ऐसी की करीब एक लाख छात्र प्रभावित हो रहे हैं. विश्वविद्यालय ने यूजी और पीजी का परीक्षा परिणाम ही घोषित नही किया है. यह विश्वविद्यालय हमेशा सुर्खियों मे ही रहता है. वर्तमान में यहां कुलपति के पद को लेकर उठा पटक मची हुई है. जिसका खामियाजा छात्र भुगत रहे हैं.

यूनिवर्सिटी लाखों विद्यार्थियों का भविष्य कर रहा चौपट !
कितने कॉलेज के छात्र होंगे प्रभावित : सरगुजा संभाग में उच्च शिक्षा का केंद्र यह विश्वविद्यालय है. संभाग में 80 कॉलेज इस विश्वविद्यालय के अधीन (Many colleges affiliated to Sant Gahiraguru University) हैं. इन कालेजों में पढ़ने वाले करीब 1 लाख छात्रों का परीक्षा परिणाम ही घोषित नही हुआ. इनमें से कई छात्र नौकरी के लिए परिणाम का इंतजार कर रहे हैं तो कई आगे की पढ़ाई के लिए अधर में लटके हैं. लेकिन विश्वविद्यालय की इसकी चिंता नही है।कुलपति के कुर्सी की लड़ाई : बीते एक महीने से संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के कुलपति के पद को लेकर घमासान (Controversy over the post of Vice Chancellor of Sant Gahira Guru University) मचा हुआ है. पूर्व कुलपति रोहणी प्रसाद को शासन ने हटा दिया तो वो हाई कोर्ट चले गये. लंबे समय के बाद रोहणी प्रसाद के पक्ष में कोर्ट ने फैसला दिया. रोहणी प्रसाद कोर्ट का आदेश लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे तो तत्कालीन कुलपति अशोक कार्यालय की चाभी लेकर गायब हो गये. अशोक सिंह ने भी हाई कोर्ट में याचिका लगाई. अब ये मामला कोर्ट में है. लेकिन इन सबमें छात्रों का भविष्य अधर में है.विवादों में है संत गहिरागुरू यूनिवर्सिटी : छात्र नेता रचित मिश्रा बताते हैं " अभी तक संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में परिणाम घोषित नही किया है. और ये इस वर्ष की ही बात नही है. कोरोना काल में भी इस विश्वविद्यालय का यही रवैया रहा (period of controversies in Sant Gahira Guru University) है. इससे पहले भी जब से यह विश्वविद्यालय है तब से कभी भी समय पर परिणाम घोषित नही किया है. इससे छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ता है. जो फाइनल ईयर के छात्र हैं. उनको कहीं नौकरी के लिए आवेदन देना है. कहीं बाहर पढ़ने जाना चाहते हैं तो वो नही कर पाते हैं. विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण ये हो रहा है. वहां के अधिकारियों को फर्क ही नही पड़ता है कि छात्रों के साथ क्या हो रहा है"ये भी पढ़ें- कहां हैं सरगुजा विश्वविद्यालय के कुलपति कोई खोजकर तो लाओ ?रजिस्ट्रार से नही हुआ सम्पर्क : इस मामले में हमने संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के कुल सचिव विनोद एक्का से बात करनी चाही तो वो बाहर से आई टीम के साथ मीटिंग में व्यस्त थे. उनके मोबाइल पर भी फोन लगाकर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नही किया. हालांकि छात्रों को 15 तारीख का आश्वासन मिला है. लेकिन देखना है कि क्या 15 को भी छात्रों का परिणाम घोषित हो सकेगा या नहीं.

सरगुजा : संत गहिरागुरू विश्वविद्यालय पर लापरवाही के आरोप लग रहे (Negligence of Sant Gahiraguru University) हैं. लापरवाही भी ऐसी की करीब एक लाख छात्र प्रभावित हो रहे हैं. विश्वविद्यालय ने यूजी और पीजी का परीक्षा परिणाम ही घोषित नही किया है. यह विश्वविद्यालय हमेशा सुर्खियों मे ही रहता है. वर्तमान में यहां कुलपति के पद को लेकर उठा पटक मची हुई है. जिसका खामियाजा छात्र भुगत रहे हैं.

यूनिवर्सिटी लाखों विद्यार्थियों का भविष्य कर रहा चौपट !
कितने कॉलेज के छात्र होंगे प्रभावित : सरगुजा संभाग में उच्च शिक्षा का केंद्र यह विश्वविद्यालय है. संभाग में 80 कॉलेज इस विश्वविद्यालय के अधीन (Many colleges affiliated to Sant Gahiraguru University) हैं. इन कालेजों में पढ़ने वाले करीब 1 लाख छात्रों का परीक्षा परिणाम ही घोषित नही हुआ. इनमें से कई छात्र नौकरी के लिए परिणाम का इंतजार कर रहे हैं तो कई आगे की पढ़ाई के लिए अधर में लटके हैं. लेकिन विश्वविद्यालय की इसकी चिंता नही है।कुलपति के कुर्सी की लड़ाई : बीते एक महीने से संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के कुलपति के पद को लेकर घमासान (Controversy over the post of Vice Chancellor of Sant Gahira Guru University) मचा हुआ है. पूर्व कुलपति रोहणी प्रसाद को शासन ने हटा दिया तो वो हाई कोर्ट चले गये. लंबे समय के बाद रोहणी प्रसाद के पक्ष में कोर्ट ने फैसला दिया. रोहणी प्रसाद कोर्ट का आदेश लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे तो तत्कालीन कुलपति अशोक कार्यालय की चाभी लेकर गायब हो गये. अशोक सिंह ने भी हाई कोर्ट में याचिका लगाई. अब ये मामला कोर्ट में है. लेकिन इन सबमें छात्रों का भविष्य अधर में है.विवादों में है संत गहिरागुरू यूनिवर्सिटी : छात्र नेता रचित मिश्रा बताते हैं " अभी तक संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में परिणाम घोषित नही किया है. और ये इस वर्ष की ही बात नही है. कोरोना काल में भी इस विश्वविद्यालय का यही रवैया रहा (period of controversies in Sant Gahira Guru University) है. इससे पहले भी जब से यह विश्वविद्यालय है तब से कभी भी समय पर परिणाम घोषित नही किया है. इससे छात्रों को समस्या का सामना करना पड़ता है. जो फाइनल ईयर के छात्र हैं. उनको कहीं नौकरी के लिए आवेदन देना है. कहीं बाहर पढ़ने जाना चाहते हैं तो वो नही कर पाते हैं. विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण ये हो रहा है. वहां के अधिकारियों को फर्क ही नही पड़ता है कि छात्रों के साथ क्या हो रहा है"ये भी पढ़ें- कहां हैं सरगुजा विश्वविद्यालय के कुलपति कोई खोजकर तो लाओ ?रजिस्ट्रार से नही हुआ सम्पर्क : इस मामले में हमने संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के कुल सचिव विनोद एक्का से बात करनी चाही तो वो बाहर से आई टीम के साथ मीटिंग में व्यस्त थे. उनके मोबाइल पर भी फोन लगाकर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नही किया. हालांकि छात्रों को 15 तारीख का आश्वासन मिला है. लेकिन देखना है कि क्या 15 को भी छात्रों का परिणाम घोषित हो सकेगा या नहीं.

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