अंबिकापुर: लॉकडाउन के बीच हो रहे अवैध निर्माण को लेकर नगर निगम और प्रशासन की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. टीम ने एक ही स्थान पर 10 निर्माणाधीन मकान को तोड़कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की. इस दौरान कार्रवाई करने पहुंची टीम को हल्के विरोध का भी सामना करना पड़ा. सोची-समझी साजिश के तहत शासकीय जमीन पर कब्जे का शक जताया जा रहा है.
गंगापुर में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माण के लिए जमीन का आवंटन किया गया है. इस जमीन पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जाना है और वर्तमान में कॉलेज भवन का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है, जबकि जमीन का एक बड़ा हिस्सा अभी खाली है, जिस पर निर्माण शुरू होना था, लेकिन लॉकडाउन के दौरान भू-माफियाओं ने शासकीय जमीन पर ही कब्जा करने की रणनीति बना ली.
मेडिकल कॉलेज के लिए आवंटित खसरा नंबर 1/1 की जमीन पर पिछले डेढ़ माह से मकान निर्माण का काम चल रहा था. जहां लगभग दस मकान बनाए गए हैं. इनमें से अधिकतम मकानों को 6 से 8 फीट की ऊंचाई तक बनाने के बाद एस्बेस्टस की शीट डाल दी गई थी, ताकि अधिकारियों को पूरा मकान नजर आए.
तहसीलदार रितु राज बिशेन का कहना है कि उन्हें लगातार कई दिनों से अवैध अतिक्रमण की शिकायत मिल रही थी, लेकिन वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों के कारण कार्रवाई नहीं की जा सकी थी, पर अब नगर निगम और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर अवैध अतिक्रमण को हटाया.
तहसीलदार ने बताया कि कार्रवाई के दौरान एक वकील और महिला ने अतिक्रमण हटाए जाने का विरोध किया और बाकी आठ मकान किसके संरक्षण में बनवाए जा रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है, क्योंकि अतिक्रमण हटाए जाने के बीच कोई व्यक्ति सामने नहीं आया. वहीं आशंका जताई जा रही है कि इसके पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ है, जो शासकीय जमीन पर कब्जा करते हुए मकान बनाकर लोगों को बेचने की योजना बना रहा था. फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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