सरगुजा: प्रतापपुर के करंजवार के जंगल में हाथी की मौत और उसके महीनों बाद उसका अवशेष मिलने पर CCF (Chief Conservator of Forests) ने कार्रवाई की है. विभाग ने 11 मई को हुई हाथी की मौत के मामले में लापरवाही बरतने को लेकर एक डिप्टी रेंजर और वनरक्षक को निलंबित कर एक रेंजर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके साथ ही गणेशपुर में हुई हाथियों की मौत के मामले में भी CCF ने एक डिप्टी रेंजर को पहले ही निलंबित किया था.
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प्रदेश में लगातार हो रहे हाथियों की मौत को राज्य सरकार ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे. शासन के निर्देश के बाद CCF एबी मिंज ने हाथी के मौत के मामले में समय पर सूचना नहीं देने को लापरवाही मानते हुए डिप्टी रेंजर विजय कुमार श्रीवास्तव, वन रक्षक मुकेश गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही प्रतापपुर रेंजर प्रेमचंद मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
राज्य सरकार ने दिए कार्रवाई के निर्देश
सूरजपुर जिला के अंतर्गत प्रतापपुर के करंजवार जंगल के आरएफ 36 में 11 मई को एक हाथी का कंकाल मिला था. हाथी के बचे हुए अवशेषों को देखकर डॉक्टरों ने उसकी मौत डेढ़ महीने पहले होने की आशंका जाहिर की थी. इस मामले में सबसे बड़ी बात तो यह थी कि विकासखंड मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर होते हुए भी हाथी के मौत की भनक वन विभाग को डेढ़ महीने तक नहीं लगी थी. विभाग को जब हाथी की मौत का पता चला, तो बिना कारण का पता लगाए शव के अवशेषों को दफ्न कर दिया गया. विभाग ने हाथी का अवशेष मिलने के बाद उसके शव से नमूने भी जांच के लिए नहीं लिए थे.
लगातार हो रही हाथियों की मौत
संभाग में लगातार हो रही हाथियों के मौत के मामले में वनकर्मियों पर लगातार गाज गिर रही है. CCF एबी मिंज ने इसके पहले भी राजपुर में हाथी की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई की थी. इसके बाद गणेशपुर जंगल में एक गर्भवती समेत दो मादा हाथियों की मौत के मामले में डिप्टी रेंजर कमलाकान्त यादव को निलंबित कर दिया गया था.