सरगुजा : वन परिक्षेत्र उदयपुर के बासेन में दो ग्रामीणों ने 2019 से जंगल की जमीन पर कब्जा करने की नीयत से झोपड़ी बना ली थी. वन विभाग के नोटिस के बाद भी वे कब्जा नहीं छोड़ रहे थे, जबकि अतिक्रमण करने वाले जगरनाथ को कोल खदान से मुआवजा मिला हुआ है. वन विभाग ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी. डीएफओ पंकज कमल के नेतृत्व में कब्जा हटाए जाने की कार्रवाई की गई.
![Forest department removed illegal possession in Surguja](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-srg-08-kabja-7206271_29012021000553_2901f_1611858953_987.jpg)
जगरनाथ के चार बेटे हैं. सभी मुआवजा मिलने के बाद अलग-अलग जगहों पर मकान बनाकर रह रहे हैं. एक महिला श्यामबाई ने भी जंगल में कब्जा कर झोपड़ी बनाई थी. सभी के बारे में उदयपुर वन विभाग ने अधिकारियों को अवगत कराया. डीएफओ पंकज कमल के मार्गदर्शन में एसडीओ एसएन मिश्रा, रेंजर उदयपुर सपना मुखर्जी और रेंजर लखनपुर सूर्यकांत सोनी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम गुरुवार को सुबह 10 बजे ग्राम बासेन पहुंची. यहां कब्जा हटाने की कार्रवाई शाम 4 बजे तक चली.
![Forest department removed illegal possession in Surguja](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-srg-08-kabja-7206271_29012021000553_2901f_1611858953_385.jpg)
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जब्त सामान पहुंचा कार्यालय
पुलिस जेसीबी वाहन और ट्रक लेकर पहुंची. जंगल के किनारे अवैध रूप से कब्जा किए हुए लोगों के खिलाफ बेदखली की कार्रवाई की गई. जेसीबी से लकड़ी को हटवाया गया और 2 ट्रकों में भरकर बेदखली कार्रवाई से जब्त लकड़ी को वन परिक्षेत्र कार्यालय उदयपुर लाया गया.
वन विभाग के कर्मचारी को दी धमकी
वन विभाग की कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. बेदखली की कार्रवाई के दौरान लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी. अतिक्रमणकारी के बेटे ने सब के सामने वन विभाग के एक स्टाफ को जान से मारने की धमकी दी. इस मामले में वन विभाग ने लिखित में थाने में सूचना देने की बात कही है.