बलरामपुर : इन दिनों जंगल आग में जल रहे (fire in the forests of balrampur) हैं. ज्यादातर इलाकों की यही हालात दिख रही है. उन्हें बुझाने वाला कोई भी नहीं है. फॉरेस्ट के कर्मचारी लगातार हड़ताल पर हैं. चौकीदार और फायर वाचर दिख नहीं रहे हैं. फारेस्ट के कर्मचारियों का कहना है कि तकलीफ तो हो रही है. लेकिन हड़ताल में है तो कैसे जाएं जंगल में आग बुझाने. बलरामपुर जिले में ज्यादातर इलाके जंगलों से घिरे हुए हैं. एक तरफ से सेमरसोत अभ्यारण्य का इलाका है, तो दूसरी तरफ तमोर पिंगला अभ्यारण्य. चारों तरफ कीमती साल और सागौन के जंगल हैं. जब से गर्मी की शुरुआत हुई है तभी से पूरे इलाके में आग लगी है. पिछले लगभग 11 दिनों से फॉरेस्ट के कर्मचारी हड़ताल पर हैं और जंगल सिर्फ फायर वॉचर, चौकीदार के भरोसे हैं.
बलरामपुर के जंगलों में लगी आग, फायर वाचर के सहारे आग बुझाने का काम
बलरामपुर के घने जंगलों में इन दिनों भीषण आग लगी (fire in the forests of balrampur) है. वनकर्मियों के हड़ताल के कारण जंगलों में लगी आग अब भयानक रुप लेती जा रही है.
![बलरामपुर के जंगलों में लगी आग, फायर वाचर के सहारे आग बुझाने का काम fire in the forests of balrampur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-14901975-thumbnail-3x2-image-aspera.jpg?imwidth=3840)
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कोई नहीं बुझा रहा आग : फायर वाचर और चौकीदार कहीं भी आग बुझाते हुए दिख नहीं रहे (extinguishing fire with the help of a fire watcher) हैं. ऐसे में ना सिर्फ छोटे झाड़ के जंगल बल्कि बड़े पेड़ भी आग से जल रहे हैं. हड़ताल में बैठे फॉरेस्ट के कर्मचारियों से जब हमने इस संबंध में बात कि तो उनका कहना था कि उन्हें जानकारी है कि जंगल जल रहे हैं. उनके बीट के भी जंगलों में आग लगी है. लेकिन हड़ताल में होने के कारण वे आग नहीं बुझा पा रहे . वन विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगों पर सुनवाई जब तक नहीं होगी तब तक वो अपने हड़ताल को खत्म नहीं करेंगे.
बलरामपुर : इन दिनों जंगल आग में जल रहे (fire in the forests of balrampur) हैं. ज्यादातर इलाकों की यही हालात दिख रही है. उन्हें बुझाने वाला कोई भी नहीं है. फॉरेस्ट के कर्मचारी लगातार हड़ताल पर हैं. चौकीदार और फायर वाचर दिख नहीं रहे हैं. फारेस्ट के कर्मचारियों का कहना है कि तकलीफ तो हो रही है. लेकिन हड़ताल में है तो कैसे जाएं जंगल में आग बुझाने. बलरामपुर जिले में ज्यादातर इलाके जंगलों से घिरे हुए हैं. एक तरफ से सेमरसोत अभ्यारण्य का इलाका है, तो दूसरी तरफ तमोर पिंगला अभ्यारण्य. चारों तरफ कीमती साल और सागौन के जंगल हैं. जब से गर्मी की शुरुआत हुई है तभी से पूरे इलाके में आग लगी है. पिछले लगभग 11 दिनों से फॉरेस्ट के कर्मचारी हड़ताल पर हैं और जंगल सिर्फ फायर वॉचर, चौकीदार के भरोसे हैं.
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